Vpn किसे कहते हैं और यह कैसे काम करता है। What is vpn in hindi

लोग आजकल अपने search को हैकर से बचने के लिए और ब्लॉक वेबसाइट को ओपन करने के लिए अलग अलग तरह का जुगाड लगाते रहते हैं। अतः इन्ही सब आइडिया में से एक आइडिया है VPN के द्वारा इंटरनेट का इस्तेमाल करना है। तो दोस्तों आज के इस पोस्ट मै हम बताएंगे कि VPN किसे कहते हैं, इसे कैसे इस्तेमाल किया जाता है। और भी बहुत कुछ जानने को मिलेगा। तो बने रहिहे हमारे साथ।

Vpn किसे कहते हैं(what is vpn in hindi):-

दोस्तों हम लोगों ने एक बात तो नोटिस जरूर करी होगी की जब हम कोई वेबसाइट ओपन करते है तो उनमें से कोई ऐसा वेबसाइट होता है जो नॉर्मली ओपन नहीं होता है । क्योंकि वह वेबसाइट गवर्नमेंट द्वारा ब्लॉक कर दिया गया होता है। ऐसे blocked website को ओपन करने पर हमे एक नोटिस लिख मिलता है कि यह वेबसाइट भारत सरकार द्वारा blocked कर दिया गया है। और थोड़ा बहुत blocked होने का कारण भी लिखा होता है। इस प्रकार की स्थिति हमे तभी देखने को मिलती है जब हम कोई कॉपीराइट वाली वेबसाइट खोलते है।

जैसे कि कोई movie या वेब सीरीज हमे डाउनलोड करना हो तो ऐसी वेबसाइट को सरकार कॉपीराइट के कारण इंटरनेट service provider के द्वारा ब्लॉक करवा देती है। तो ऐसे में हम क्या कर सकते है ताकि वो blocked website ओपन कर सके । तो इन्हीं सब blocked website को हम लोग vpn के द्वारा आसानी से ओपन कर सकते हैं। Vpn का फूल फार्म virtual private netwark होता है। मतलब की ये आपक पर्सनल नेटवर्क होता है। जिसके जरिए आप अपनी identity को भी सिक्रेट रख सकते हैं।

Vpn किसे कहते हैं
प्रतीकात्मक चित्र

Vpn काम कैसे करता है(how vpn works):-

Vpn काम कैसे करता है ये बात समझने से पहले हमे ये समझना जरूरी है। कि कोई वेबसाइट ब्लॉक कैसे हो जाता है। जिससे vpn का प्रयोग कर खोल सकते है। मान लीजिए कि कोई एक वेबसाइट है। और अगर ये वेबसाइट हमारी सरकार के द्वारा blocked कर दिया गया है तो इस वेबसाइट को ब्लॉक करने में होता क्या है कि चुकी हम किसी ना किसी internet service provider(ISP) के द्वारा ही चलते है। तो सरकार इस ISP को निर्देशित कर देती है कि आपको इस वेबसाइट को एक्सेस नहीं करने देना है।

तो चुकी हम लोग इंटरनेट किसी ISP के द्वारा ही चलते हैं। तो जब भी हम कुछ भी इंटरनेट पर सर्च करते हैं तो वह सर्च का रिक्वेस्ट पहले हमारे ISP को जाता है। और वहां से वह उस सर्च से संबंधित सर्वर तक भेजता है। तब जाकर हमे उस SEARCH का परिणाम दिखता है।

अतः जब हम ब्लॉक्ड वेबसाइट को सर्च करते है। तो वह search हमारी ISP तक पहुंचती है। अब चुकी आप उस वेबसाइट को ब्लॉक के list में रखी है तो वह उस सर्च उसके server तक नहीं जाने देती है। और वही पर ब्लॉक्ड कर देती है। अतः हम उस वेबसाइट को ओपन नहीं कर पाते है।

अतः ऐसे कंडीशन में यह सवाल आता है कि vpn इस स्थिति में काम कैसे करता है। आइए समझते है। मान लीजिए हमने google.com search किया । मान लीजिए कि यह google.com भारत में ब्लॉक्ड किया गया है। तो यह सामान्यतः सर्च करेंगे तो खुलेगा नहीं। लेकिन जब हम google.com को vpn के द्वारा सर्च करते हैं। तो हमारा search vpn द्वारा हमारे ISP तक तो जाता है लेकिन यह सर्च एन्क्रिप्टेड रहता है अतः हमारे ISP कंपनी को बस ये पता रहेगा की ये रिक्वेस्ट सिर्फ किसी दूसरे सर्वर जो कि किसी दूसरे देश में स्थित है वहां पर जोड़ने की या कनेक्ट करने की है। अतः इस रिक्वेस्ट को ISP पास कर देती है। मतलब की VPN हमारे और उस SERVER तक एक टनल बना देती है। और ISP को बायपास कर देती है।

अब जब हमारा सर्च रिक्वेस्ट उस सर्वर तक जाएगी तो उस SEARCH को सर्वर डिकोड करेगी और उसके बाद उस सर्च का परिणाम हमारे पास उसी टनल के जरिए हमारे तक पहुंचाती है। इसमें SEARCH की गई वेबसाइट को भी पता नहीं रहता है कि यह SEARCH भारत से को गई है। क्योंकि यह परिणाम तो किसी दूसरे देश में स्थित सर्वर के द्वारा हमे प्राप्त होता है। अतः उस वेबसाइट कि यही पता होता है कि यह SEARCH रिक्वेस्ट किसी दूसरे देश का । लेकिन यह सर्वर अपने डाटा किसी किस को प्रोवाइड कर रहा है ये नहीं पता होता है।

VPN का इस्तेमाल कैसे करते हैं(how to use vpn in hindi):-

vpn को प्रयोग करने के लिए अलग अलग प्रकार के सॉफ्टवेयर आते हैं। यदि आप कंप्यूटर में vpn इस्तेमाल करना चाहते है। तो उसके लिए आपको विंडोज का सॉफ्टवेयर डाऊनलोड करना पड़ेगा।सामान्यतः अगर आप कंप्यूटर में ओपेरा ब्राउज़र का इस्तेमाल करते है तो आपको उसमे पहले से ही vpn की सुविधा दी रहती है। बस उसे आपको एक्टिवेट करने की जरूरत है।

Opera browser में vpn को एक्टिवेट कैसे करें( how to activate vpn in opera browser):-

  1. पहले आपको opera developer software को डाउनलोड कर के इंस्टाल करना होगा।
  2. इंस्टाल करने के बाद आप उस सॉफ्टवेयर को ओपन करें।
  3. Open करने बाद उस ब्राउज़र के ऊपर के साइड में menu का ऑप्शन मिलेगा जिसे क्लिक करें और उसके बाद setting पर क्लिक करें।
  4. Setting पर क्लिक करने के बाद आपको वहां पर security & privacy का ऑप्शन मिलेगा। उसे क्लिक करें।
  5. Security & privacy पर क्लिक करने के बाद आपको वहां पर आपको vpn का ऑप्शन मिलेगा। जिसको आपको एक्टिवेट कर देना है। एक्टिवेट करने के बाद आपको इंटरनेट का इस्तेमाल vpn mode कर सकते हैं

कंप्यूटर में विंडोज opersting सिस्टम के लिए vpn सॉफ्टवेयर(vpn software for windows opersting system):-

वैसे तो आपको विंडोज के लिए बहुत सारे vpn सॉफ्टवेयर मिल जाएंगी। लेकिन आपको उनमें से कुछ सही और विश्वसनीय सॉफ्टवेयर चुनना होगा। Vpn सॉफ्टवेयर में आपको free और paid दोनों प्रकार के सॉफ्टवेयर मिलेंगे।

यदि आप कोई प्रोफेशनल काम कर रहे हैं तो आपको सलाह ये है कि आप paid software यूज करें क्योंकि paid सॉफ्टवेयर ज्यादा विश्वसनीय होता है। लेकिन अगर आप सामान्य काम के लिए यूज कर रहे हैं तो आप free वाला सॉफ्टवेयर या ऐप भी यूज कर सकते हैं। विंडोज के लिए कुछ अच्छे vpn सॉफ्टवेयर है जो निम्न है।

  1. Windscribe
  2. Total vpn
  3. Zenmate
  4. Cyber ghost
  5. Zpn connect
  6. Open vpn
  7. Finch vpn
  8. Hotspot shield

Android ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए vpn की लिस्ट(vpn app for android mobile for hindi):-

दोस्तों एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए बहुत सारे ऐप है जो paid और free दोनों प्रकार के होते हैं। जिनकी लिस्ट निम्न है।

  1. Express vpn
  2. Buffered vpn
  3. Nord vpn
  4. Safer vpn

क्या vpn यूज करने से नेट को स्पीड बढ़ती है(is internet speed increased by using vpn):-

दोस्तों अक्सर हम लोगों के द्वारा ये कहते हुए सुनते है कि vpn का उस करने से हमारी इंटरनेट कि स्पीड बढ़ जाती है। लेकिन ये सच नहीं है क्योंकि आप खुद से सोच सकते हैं कि जब हम कोई भी चीज search कर रहे होते है। तो हमारे isp तक उसी slow speed से जाएगा जों स्पीड पहले था।

चाहे भले ही हमारे vpn सर्वर की स्पीड ज्यादा हो। और जब vpn का सर्वर हमे रिजल्ट देगा तो वह स्पीड तेज हो सकता है लेकिन जब वह डाटा जब हमारे isp तक आएगा और फिर हमें जब वह डाटा देगा तो फिर हमारी स्पीड slow रहेगा जैसा की पहले था।

Vpn के advantage क्या है(what is the advantages of vpn in hindi):-

  1. Vpn के द्वारा geo-restriction वाले वेबसाइट को भी आप आसानी से एक्सेस कर सकते है। मतलब की जो वेबसाइट ब्लॉक्ड है। उसे भी आप वों के द्वारा ओपन कर सकते हैं।
  2. Vpn के द्वारा अपनी आईडेंटिटी गुप्त रखना:- मान लीजिए जब हम ट्रैवल करते है तो हमे बहुत सारे पब्लिक wifi free में मिलता है प्रयोग करने के लिए। अतः ऐसे wifi से अपने आईडेंटिटी को vpn के द्वारा आसानी से छुपा सकते हैं।
  3. बहुत सारे कॉपीराइट वेबसाइट ऐसे है जिसको सरकार द्वारा ब्लॉक्ड कर दी जाती हैं जैसे कोई हमे movie या वेब सीरीज डाउनलोड करना है। तो चुकी ऐसी वेबसाइट ब्लॉक्ड है तो हम vpn का इस्तेमाल कर के movies और भी बहुत कुछ आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।

Vpn के disadvantages क्या है(what is the disadvantages of vpn):-

दोस्तों कोई भी चीज जो आपको सबिधा प्रदान कर रही हो तो उसका आधार रूप से उसके दो एंगल होते है पहला उसका पॉजिटिव एंगल और दूसरा उसका नेगेटिव एंगल अतः vpn के भी कुछ disadvantages है। जो निम्न है।

Vpn के इस्तेमाल से कनेक्शन स्पीड का slow होना:-

चुकी vpn जब आप इस्तेमाल करते हैं तो यह प्राइवेट कनेक्शन बनाने में बहुत सारे resources से गुजरना पड़ता है। जिससे इंटरनेट slow हो जाता है। अतः हमें सही vpn सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना जरूरी होता है।

Free vpn रिलायबल नहीं होता है:-

आपको तो पता ही है कोई भी चीज जो free होता है वह रिलायबल नहीं होता है। Vpn के मामले में भी यही हाल है। Free vpn को इस्तेमाल करने की एक लिमिट होती है। जैसे कि आप free में vpn को सिर्फ 2 gb से 5जीबी तक ही इस्तेमाल कर सकते हैं। उसके बाद यही यूज करना है तो आपको चार्ज देना पड़ेगा।

बहुत सारे vpn रिस्की भी हैं:-

दोस्तों मोबाइल हो या कंप्यूटर दोनों के लिए vpn का ऐप और सॉफ्टवेयर मार्केट में उपलब्ध है। तो ऐसे में आपको कई लोग free में service देने के बहाने आपका डाटा गुप्त रूप से इकठ्ठा करते है। अतः ऐसे में हमे यही कोशिश करना चाहिए कि paid vpn इस्तेमाल करे। और अगर आप computer science के बारे पता है तो आप खुद से vpn सर्वर बना सकते है। जो कि आप अपने पूरे घर में परिवार के साथ इस्तेमाल कर सकते है।

Conclusion:-

तो दोस्तों हमे आशा है कि vpn किसे कहते हैं ये बात आप आसानी से समझ गए होंगे। मै आशा करता हूं कि आपको ये मेरा पोस्ट अच्छा लगा होगा। दोस्तों vpn का इस्तेमाल हमे सुरक्षित तरीके से इंटरनेट चलाने के लिए विकसित किया गया है। लेकिन कुछ लोग इसका गलत फायदा उठाते हैं। और लोगो को इसकी वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए हमे जो चीज विकसित किया गया है उसका इस्तेमाल सही ढंग से करना चाइए।

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