Introduction:-
दोस्तों चलिए मान लेते हैं, कि आप अपने सिस्टम पर बैठ कर एक बहुत ही महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं। और अचानक आपकी पॉवर सप्लाई कट जाती है, तो आपका काम रुक जाएगा और ये भी हों सकता है कि आप कोई ऐसा काम कर रहे है जो सिस्टम के बंद होने और फिर स्टार्ट होने पर वो काम शुरू से करना पड़े । जिससे आपको चिड़चिड़ा होने लगेगा। तो दोस्तों इस सब समस्या से बचने के लिए हमारे बैज्ञानिको और इंजीनियरों ने एक ups device बनाया जो आपको पॉवर सप्लाई अचानक जाने के बाद भी आपके सिस्टम को ये पॉवर सप्लाई सतत् (continued) देता रहेगा। तो दोस्तों आज हम इस यूपीएस device par चर्चा करेंगे कि ups क्या होता है और इसे कहा और कैसे प्रयोग किया जाता है। पूरा विवरण आज आपको इस पोस्ट में मिलेगा।
Ups kya है:-
दोस्तों ups का फूल फार्म होता है uninterruptible power supply या uninterruptible power source भी कह सकते हैं। इसके फूल फार्म से ही पता चलता है कि ups एक ऐसा device है जो आपके किसी सिस्टम को जिस पर आप काम कर रहे हैं उसको सतत् (continued) power सप्लाई देता रहता है। यह यूपीएस पॉवर के अचानक कट हो जानें के बात भी आपके सिस्टम को बैटरी के द्वारा पॉवर देता रहता है।
यह ups सतत् विद्युत आपूर्ति (continual power supply) के कंटेगरी में आता है। इस कोटेगरी में यूपीएस के साथ साथ इन्वर्टर भी आता है।
यह ups standby generator या auxiliary power या emergency power system के कॉटेगरी में नहीं आता है। इस सिस्टम का मुख्य उद्देश्य पॉवर को अचानक intrrupt होने पर कुछ समय के लिए सिस्टम को पॉवर देने का है । ताकि आपको कुछ मिनट का टाइम मिले और आप अपने स्टैंडबाय में रखे या auxiliary power को स्टार्ट कर सकें।
एक ups सामान्यतः एक कंप्यूटर सिस्टम को चलाने के लिए 200 VA की रेटिंग का प्रयोग किया जाता है। दुनिया का सबसे बड़ा ups 46 megawatt का है जो battery electric storage system (BESS) पर काम करता है। यह Fairbanks Alaska में स्थित है। यह ups पूरे शहर को पॉवर सप्लाई कटने पर थोड़े समय के लिए देता है।

Ups का प्रयोग कहा होता है:-
दोस्तों सामान्यतः ups का प्रयोग ऐसी जगह पर होता है जहा पॉवर सप्लाई अचानक से काट जाने पर आपके कार्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। या कोई घटना घटित हो सकती है। अतः इस स्थिति में पॉवर सप्लाई को बनाए रखना अत्यंत आवश्यक होता है।
Ups का प्रयोग निम्न स्थानों पर किया जाता है।
Computers में ups का प्रयोग:-
चुकी कंप्यूटर एक ऐसा सिस्टम है जिस पर बहुत सारे सेंसिटिव काम भी किया जाता है जैसे यदि हम किसी भी प्रकार की कोडिंग भी कर रहे हैं। या किसी को सीख रहे हैं। तो ऐसे में अचानक सप्लाई कट जाने पर हमारा सारा मेहनत जों हमने पहले किया है वो फैल हो जाता है।
Data center में ups का प्रयोग:-
इसके अलावा हम ups का प्रयोग डाटा सेंटर में करते हैं। हमे डाटा सेंटर को 24 घंटे चालू रखना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि जब भी है हम इंटरनेट पर कोई भी search करते है तो इंटरनेट हमारे search को अपने डाटा सेंटर तक ले जाता है और उसके analyse करने के बाद हमारे search के अनुसार हमे रिजल्ट दिखाता है। इस बात से आपको पता लग ही गया होगा कि डाटा सेंटर्स को 24 घंटे चालू रखन कितना महत्वपूर्ण है।
Ups का प्रयोग टेलीकम्युनिकेशन में:-
Ups का प्रयोग टेलीकम्युनिकेशन सेवाओं में भी किया जाट है। इसमें आपको 24 घंटे कम्युनिकेशन की सुविधाएं प्रदान करने के लिए 24 घंटे पॉवर सप्लाई की जरूरत पड़ती है। अतः इसमें इंट्रप्शन ना आए इसके लिए ups का प्रयोग किया जाता है।
Medical equipments को चलाने में:-
Hospitals में मरीजों को 24 घंटे निगरानी रखने के लिए मेडिकल इंस्ट्रूमेंट को 24 घंटे चालू रखन पड़ता है । अतः इस स्थिति में ups का प्रयोग जरूरी हो जाता है।Hospitals में सर्जरी के दौरान भी पॉवर के सप्लाई को निरंतर बनाए रखन बहुत ही जरूरी होता है।
कई जगहों पर ऐसे कई eletrical equipments होते हैं जिसके अचानक बंद हो जाने serious injuries हो सकती है। अतः इस स्थिति में भी ups का प्रयोग किया जाता है।
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Ups कितने प्रकार का होता है:-
Ups मुख्यता तीन प्रकार के होते है।
- On-line ups technology
- Line- intractive ups technology
- Standby ups technology
On-line ups technology:-
इस प्रकार की ups में पहले इनपुट को एक डीसी कन्वर्टर से दिया जाता है उसके बाद एक डीसी आउटपुट को बैटरी से दिया जाता है। उसके बाद एक डीसी आउटपुट जो बैटरी से निकला है उसे इन्वर्टर द्वारा 120V/230V AC में परिवर्तित कर सिस्टम को सप्लाई दिया जाता है। इस टाइप के ups को डबल कन्वर्जन पर आधारित ups कहा जाता है।
Line-intractive ups technology:-
इस प्रकार के ups में बैटरी एक सामान्य रूप से चार्ज में AC supply के द्वारा लगा रहता है । और जब पॉवर सप्लाई अचानक कट जाता है तो यह बैटरी से सप्लाई लेने लगता है।
Standby ups technology:-
इस प्रकार के ups में सिस्टम समान्यतः डायरेक्ट में सप्लाई से जुड़ा रहता है। तथा इसमें बैकअप के लिए एक बैटरी रखा रहता है। जो कि सप्लाई कट होने पर बैटरी के पॉवर को ऑन किया जाता है।
Note:- अधिकतर line-intractive या स्टैंडबाय केटेगरी के ups 1 kva से नीचे ही होते हैं। बड़े पॉवर की सप्लाई के लिए डायनामिक टाइप का ups इस्तेमाल किया जाता है।
Ups का महत्व:-
उपर्युक्त बातों से आप समझ गए ही होंगे कि ups का महत्व कितना है। Ups का प्रयोग करने से हम किसी भी प्रकार का काम निरंतर कर सकते है।
Ups को बनाने वाली कंपनी:-
हम यह पर कंप्यूटर में प्रयोग में होने वाली ups की बात करेंगे। इस टाइप कि ups बनाए वाली कंपनिया निम्न है।
- Microtek
- Luminius
- Iball कंपनी
Ups में कौन सी बैटरी का प्रयोग किया जाता है:-
Ups के लिए सामान्यतः तीन प्रकार की बैटरी का प्रयोग किया जाता है ।
- Valve regulated lead acid battery (VRLA)
- Floded cell या VLA बैटरी
- Lithium ion battery
इन सब बैटरी का प्रयोग स्थान, पॉवर, और ups के प्रकार के आधार पर किया जाता है।
Conclusion :-
दोस्तों ups क्या होता है, इसका महत्व क्या है, याहकिताने प्रकार का होता है इन सब सवालों का अब आप जान ही चुके होंगे। हम आपको लिए ऐसे ज्ञान वर्धक पोस्ट लाते रहते हैं। तो दोस्तो। अपनी ज्ञान को बढ़ाने के लिए हमारे वेबसाइट पर आते रहिए और ज्ञान हो बढ़ाते रहिए।