परिचय:-
अगर आप किसी पैनल मैन्युफैक्चर कंपनी के job करते हैं तो आपने बहुत सारे प्रकार के अलग अलग प्रकार के डिवाइस देखे होगे। उसमे से एक टर्मिनल ब्लॉक (terminal block in Hindi) भी होगा। जो को किसी भी पैनल का एक महत्वपूर्ण पार्ट होता है। तो आज के इस पोस्ट में इसी टर्मिनल ब्लॉक के बारे में डिस्कस करेंगे। की ये कितने कलर का होता है। और कौन सा कलर किस काम के लिए उपयोग किया जाता है।
टर्मिनल ब्लॉक क्या है? (Terminal block in Hindi):-
दोस्तों टर्मिनल ब्लॉक बेसिकली किन्ही दो तारों को जोड़ने का एक जरिया होता है। जो पैनल में दो तारों को जोड़ने का काम करता है। जैसे की हम किसी भी तार को जोड़ने के लिए सामान्यत उस तारों के टर्मिनलों को छील कर उसके वायर को एक दूसरे से ऐंठ कर जोड़ देते है। लेकिन यह प्रक्रिया एक सामान्य प्रक्रिया है। जो की टेंपरेरी है। लेकिन अगर हम पैनल में कनेक्शन करने की बात करें तो इसके लिए एक प्रॉपर ज्वाइंट होना आवश्यक है। इसके लिए हम टर्मिनल ब्लॉक का इस्तेमाल करते है। इसके हम संक्षेप के TB कह कर भी बुलाते है। और इसे सिर्फ टर्मिनल भी कहते हैं।

इस टर्मिनल ब्लॉक में किसी प्रकार को स्विचिंग करने की प्रक्रिया नही होती है। ये एक सिंपल सा एक वायर के टर्मिनल को दूसरे वायर के टर्मिनल से जोड़ने का काम करता है।
टर्मिनल ब्लॉक के प्रकार ( types of terminal block in Hindi) :-
टर्मिनल ब्लॉक मुख्यत दो प्रकार के होते हैं।
- पावर टर्मिनल ब्लॉक (power terminal block)
- कंट्रोल टर्मिनल ब्लॉक (Control terminal block)
पावर टर्मिनल (Power terminal block in hindi):-
पॉवर टर्मिनल ब्लॉक एक ऐसा टर्मिनल ब्लॉक होता है जो पावर सर्किट के तारों या कैबलों को जोड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जैसे की एसी के ऐसे पार्ट से नीले वायर जो जुड़ा करेंट कैरी करता हो। वैसे स्थानों पर पावर टर्मिनल ब्लॉक का इस्तेमाल करते है।
कंट्रोल टर्मिनल ब्लॉक (control terminal block in Hindi):-
कंट्रोल टर्मिनल ब्लॉक का इस्तेमाल हम low वोल्टेज के एसी और डीसी दोनो प्रकार के सप्लाई में करते है। इसे कंट्रोल terminal block इसीलिए कहते है। क्योंकि ऐसे टर्मिनल ब्लॉक का उपयोग पैनल में लगे कंट्रोल सर्किट के हिस्से में इस्तेमाल किया जाता है। पैनल में कंट्रोल सर्किट का मतलब यह है कि ऐसा सर्किट जिसमे वोल्टमीटर, एमीटर, रिले, सेक्टर स्वीट, आदि प्रकार के प्रोटेक्शन डिवाइस लगे होते है। यूज ही कंट्रोल सर्किट कहते हैं।
टर्मिनल ब्लॉक अलग अलग कलर में क्यों होता है?:-
आपने यदि पैनल में देखा होगा तो आपको अलग अलग कलर के टर्मिनल ब्लॉक लगाए जाते है। यदि कोई पैनल नही देखा है तो आपने किसी पैनल को इमेज में जरूर देखा होगा।
जिसमे आपको अलग अलग कलर के टर्मिनल ब्लॉक लगा हुआ मिल जायेगा। तो सवाल यह है कि अलग अलग कलर के टर्मिनल ब्लॉक क्यों बनाए जात हैं? तो आपको आपने देखा होगा की पैनल की वायरिंग की कनेक्शन बहुत ही जटिल होता है। एक ही जगह पर बहुत सारे वायर लगे होते हैं।
जिससे यह डिसाइड करना मुश्किल होता है कि कौन सा वायर किस किस काम के लिए उपयोग किया गया है। अतः इसी को आसान बनाए के लिए हम अलग अलग कलर का टर्मिनल ब्लॉक लगाते हैं। इससे यह होता है कि हमे कलर के अलग होने से आसानी पता चल जाता है कि कौन सा वायर किस डिवाइस के लिए जा रहा है।
इसके लिए टर्मिनल ब्लॉक की कलर डिसाइड रहता है। आप मान लीजिए कि जैसे अर्थ वायर के लिए हम लोग हमेशा ग्रीन वायर का इस्तेमाल करते है। या कभी कभी येलो कलर का वायर इस्तेमाल करते है। और ब्लैक कलर का न्यूट्रल के लिए इस्तेमाल करते है। इसी प्रकार टर्मिनल ब्लॉक को भी कलर के अकॉर्डिंग लगाते है।
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टर्मिनल ब्लॉक कितने कलर के होते हैं?:-
टर्मिनल ब्लॉक मुख्य रूप से नौ कलर में पाए जाते है। जिसको आप नीचे के टेबल में देख सकते है। इस टेबल प्रत्येक का उसे कहा पर होगा उसको भी संक्षेप में बताया गया है।
Colour | Description |
Red | For AC control circuit only |
Yellow | For interlocking circuit and externally fed circuit |
Blue | For DC control circuit |
black | For Common or AC and DC power circuit |
Grey/violet | For PLC inputs and outputs |
Green | For Ground Circuit only |
White | For Neutral Circuit only |
Orange | For Data collection Circuit only |
Brown | For Miscellaneous circuit |
Red terminal block:-
रेड कलर का टर्मिनल ब्लॉक हमेशा AC का कंट्रोल सर्किट का कनेक्शन करने के लिए इस्तेमाल करते है। चुकी पैनल में पावर सर्किट और कंट्रोल सर्किट होता है। जिसमे से रेड टर्मिनल ब्लॉक कंट्रोल सर्किट के लिए इस्तेमाल होता है।
Yellow terminal block:-
येलो कलर का टर्मिनल ब्लॉक हम पैनल में इंटरलॉकिंग के लिए इस्तेमाल करते हैं। या फिर हमे कभी कभी एक्स्ट्रा सर्किट को ऐड करना होता है तो हम येलो टर्मिनल का इस्तेमाल करते हैं। ताकि हम बाद में उस नए सर्किट को आसानी से फाइंड आउट कर पाए।
Blue terminal block:-
ब्लू टर्मिनल ब्लॉक का उपयोग इंडस्ट्री में डीसी सर्किट के कंट्रोल सर्किट में इस्तेमाल किया जाता है।
Black terminal block:-
ब्लैक कलर का टर्मिनल ब्लॉक एसी और डीसी दोनो प्रकार के सप्लाई के लिए पावर सर्किट के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह कॉमन होता है।
Grey/violet terminal block:-
ग्रे या वॉयलेट कलर का टर्मिनल ब्लॉक PLC पैनल में वायर को कनेक्ट करें के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें PLC पैनल में इनपुट और आउटपुट को निकालने के लिए उपयोग किया जाता है।
Green terminal block:-
ग्रीन कलर इसमें भी वायर की तरह ही ग्राउंड कनेक्शन को पूरा करने के लिए करते हैं। इसमें जब हम लंबे पैनल में (जैसे किसी कंपनी का main LT panel) सभी डिवाइस के बॉडी से आए अर्थ वायर को एक दूसरे से कनेक्ट करना होता है तो इसके लिए इसका उपयोग करते हैं।
White terminal block:-
व्हाइट कलर का टर्मिनल ब्लॉक हम पैनल में न्यूट्रल वायर के कनेक्शन करने के लिए या कनेक्शन को बाहर निकालने के लिए करते हैं।
Orange terminal block:-
ऑरेंज कलर के टर्मिनल ब्लॉक का उसे हम डाटा सर्किट में इस्तेमाल करते हैं। ऐसे अपनी जो डाटा कलेक्शन के लिए इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि स्काडा और एनर्जी मीटर के रिकॉर्ड को कलेक्ट करने के लिए जो कनेक्शन किए जाते हैं उसमे इस्तेमाल हुई टर्मिनल ब्लॉक ऑरेंज कलर की होती हैं।
Brown terminal block:-
ब्राउन कलर का टर्मिनल ब्लॉक हम उपर्युक्त सभी प्रकार के सर्किट के कनेक्शन के अलावां भी यदि कोई और सर्किट का इस्तेमाल किया जाता है तो उस स्थिति में हम ब्राउन कलर का टर्मिनल ब्लॉक इस्तेमाल करते हैं।
नोट:-
- जब कंपनी पैनल का manufacturing complete कर लेती है तो उस पैनल के साथ इन सभी प्रकार के टर्मिनल ब्लॉक के कलर का एक टेबल प्रोवाइड करवाती है। ताकि फ्यूचर में इसी तबके के हिसाब से टर्मिनल को पहचाना जा सके।
- यदि किसी फॉल्ट के कारण कोई टर्मिनल जल जाता है तो अकसर हम किस भी कलर का टर्मिनल लगा देते है। जो की फ्यूचर में फॉल्ट आने पर आपको सर्किट समझने में दिक्कत आ सकती है। अतः हमें कोशिश करनी चाइए कि जिस कलर का टर्मिनल लगा था उसी कलर का टर्मिनल ब्लॉक लगाना चाइए।