SMPS और RPS में क्या अंतर है? : इंटरव्यू सवाल

परिचय:

दोस्तों, आपने कई कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में डीसी सप्लाई देने के लिए RPS और SMPS  डिवाइस का उपयोग किया जाता है। तो आज के इस पोस्ट के द्वारा हम यह समझेंगे कि आखिर यह आरपीएस (RPS in Hindi) और एसएमपीएस (SMPS in Hindi) में आधारभूत अंतर क्या होता है। और इन दोनों का अलग-अलग उपयोग क्या है इसको भी अच्छे से समझेंगे।

SMPS और RPS क्या होता है? :

दोस्तों एसएमपीएस और आरपीएस दोनों का बेसिक काम यह होता है कि यह डिवाइस एसी पावर सप्लाई को डीसी पावर सप्लाई में कन्वर्ट करके देता है। यानी कि दोनों डिवाइस का काम है एसी सप्लाई को डीसी सप्लाई में कन्वर्ट करके देना है। जब दोनों डिवाइस का काम एसी सप्लाई को डीसी सप्लाई में ही कन्वर्ट करना है तो इन दोनों का नाम अलग-अलग क्यों है यह भी हमें जानना चाहिए।

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अतः सबसे पहले इन दोनो का फुल फॉर्म फॉर्म क्या होता है वो जानते है। इसमें SMPS का फुल फॉर्म ‘Switch Mode Power Supply ‘ है। और RPS का फुल फॉर्म ‘Regulated power Supply’ होता है।

SMPS और RPS में अंतर:

अब चुकी हमे पता है की दोनो डिवाइस का काम ही डीसी सप्लाई प्रदान करना है। तो इसका बेसिक अंतर समझ लेते हैं। SMPS में जो हमे डीसी सप्लाई मिलती है वह स्विचिंग पावर सप्लाई होती है। स्विचिंग पावर सप्लाई का मतलब यह है की SMPS डिवाइस में जो एसी सप्लाई से डीसी सप्लाई में कन्वर्ट करने की प्रक्रिया है

वह चॉपर सिस्टम के द्वारा किया जाता है। चॉपर में पावर ट्रांजिस्टर या मोसफेट का उपयोग किया जाता है। ये पावर ट्रांजिस्टर स्विचिंग मैथड का इस्तेमाल करते हैं। और डीसी सप्लाई में कन्वर्ट करते हैं। ये पावर ट्रांजिस्टर सप्लाई को एक सेकंड में हजारों बार ऑन ऑफ करते है। इसीलिए इसको हम स्विचिंग मैथड कहते हैं।

अगर बात करे को RPS क्या करता है तो RPS बेसिकली लीनियर पावर सप्लाई देता है। कहने का मतलब है कि जैसे की हम सब जानते है की एसी सप्लाई को डीसी सप्लाई में कन्वर्ट करने के लिए डायोड लगाकर रेक्टिफायर बनाते है और उसे इस्तेमाल करते है। बिलकुल यही मैथड हम RPS device में इस्तेमाल करते हैं। इसीलिए हम इसे रिएगुलेट पावर सप्लाई कहते है। RPS डिवाइस से निकला डीसी सप्लाई में noise की मात्रा बहुत कम होती है। जबकि SMPS device में जो dc सप्लाई मिलती है उसने noise की मात्रा होती है।

SMPS का उपयोग:

अगर हम सबसे ज्यादा मात्रा में उपयोग की बात करे तो SMPS का उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता है। इसके पीछे का रीजन यह है की यह डिवाइस सबसे ज्यादा एफिशिएंसी वाला होता है। अतः इसका उपयोग हम अपने पर्सनल कंप्यूटर में भी करते है।

RPS का उपयोग:

RPS का उपयोग हम ऐसे स्थानों पर करते है जहा पर लगे डिवाइस की सेंसिटिविटी सबसे ज्यादा होती है। मतलब की ऐसे डिवाइस जो बहुत ही सेंसटिव रीडिंग को प्रदर्शित करती है। जैसे की हॉस्पिटल में लगाने वाले विभिन्न प्रकार के डिवाइस जैसे ECG, ICU monitor इत्यादि।

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