Share market in hindi | शेयर मार्किट क्या और इसके रिस्क

परिचय:-

दोस्तों अगर आप अच्छा पैसा कमा रहे हैं और आपके पास अच्छी खासी शेविंग भी है। तथा उस पैसे को अगर आप कहीं इन्वेस्ट करके उस पैसे से पैसा बनाना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले शेयर मार्केट (Share market in Hindi) या स्टॉक मार्केट ही दिखता है। वैसे इसके अलावा मुचल फंड, गोल्ड, डिजिटल गोल्ड भी बहुत सारे प्लेटफॉर्म है। जिसमें आप अपना पैसा इन्वेस्ट करके अपने पैसे को और ज्यादा ग्रोथ कर सकते हैं। लेकिन उनमें शेयर मार्केट सबसे प्रसिद्ध विचार है।

Share market in Hindi
image credit : pixabay

आज के इस पोस्ट में हम समझेंगे कि शेयर मार्केट या हम कहे तो स्टॉक मार्केट क्या होता है। और इनमें और इसमें कैसे इन्वेस्ट करते हैं। इसमें रिस्क फैक्टर किस हद तक होता है इसको भी हम समझेंगे।

शेयर मार्केट क्या है (what is share market in Hindi):-

दोस्तों शेयर मार्केट को हम शेयर बाजार भी कहते हैं। शेयर बाजार का मतलब ही होता है, कंपनियों के शेयरों का बाजार या मार्केट। मतलब कि इस मार्केट में बहुत सारी कंपनियों के शेयरों को बेचा तथा खरीदा जाता है। अतः इसे शेयर बाजार या शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट कहते हैं। और इस मार्केट में आप और हम जैसे लोग ही शेयर को खरीदते और बेचते हैं।

जब हम किसी कंपनी के शेयर को खरीदते हैं। तो हम उस कंपनी का जितना शेयर खरीदे हैं। उस कंपनी के उतने हिस्से का एक प्रकार से हम मालिक बन जाते हैं।

शेयर मार्केट में प्रत्येक कंपनी के शेयर की वैल्यू अलग-अलग होती है। जब हम शेयर खरीद लेते हैं तो उसके बाद यदि वह कंपनी अपने समय के साथ फायदे में जाती है। यदि यानी कि जब कंपनी समय के साथ ग्रोथ करती है तो जितने परसेंट का ग्रोथ होता है ठीक उतने ही परसेंट का ग्रोथ आपको भी अपने पैसे पर मिलता है। जो आपने इन्वेस्ट किया था। यानी कि यदि कंपनी का ग्रोथ 4 परसेंट हुआ है तो आपकी इन्वेस्ट किए गए पैसे में भी 4 परसेंट का ग्रोथ देखने को मिलेगा।

और यदि कंपनी का ग्रोथ गिरेगा यानी कि नेगेटिव में जाएगा तो आपका पैसा भी ठीक उसी परसेंट से कम होगा। अतः शेयर मार्केट में अपना पैसा सोच समझकर तथा शेयर मार्केट के बारे में अच्छे से जानकारी लगाना चाहिए।

इंडिया में शेयर मार्केट (Share market in India in Hindi):-

जब तक यह आधुनिकता का दौर नहीं था तब तक हम देखेंगे तो शेयर मार्केट को बहुत कम लोग जानते थे। तथा जो लोग जानते थे उन लोगों के दिमाग में भी शेयर मार्केट के प्रति नेगेटिव विचार थे। पहले एक मानसिकता थी कि शेयर मार्केट एक जुआ है और इसमें पैसा डूब ही जाता है। और साथ ही लोगों के अंदर शिक्षा की कमी होने के कारण उन्हें अपने पैसे को लेकर ज्यादा सुरक्षित विचार रखते थे। अथवा वे लोग शेयर मार्केट शेयर बाजार को नेगेटिव नजरिए से देखते थे।

लेकिन आज का दौर ऐसा दौर है, कि एक नवयुवक भी इस मार्केट के बारे में जानता है। और थोड़ा बहुत इस में इन्वेस्ट भी करता है। क्योंकि आजकल तो आप अपने मोबाइल से बहुत सारे ऐप के जरिए पैसा किसी भी कंपनी में इन्वेस्ट कर सकते हैं। अगर भारत में देखा जाए तो मुख्य रूप से 2 शेयर मार्केट है।

  • Bombay stock exchange (BSE)
  • National stock exchange (NSE)

यही दो मार्केट के जरिए हम विभिन्न कम्पनियों के शेयरों को खरीदने और बेचने का काम करते हैं। इस मार्केट से हम शेयर डायरेक्ट नही खरीद सकते है। हमे इस मार्केट से किसी कंपनी का शेयर खरीदने के लिए शेयर मार्केट के ब्रोकर से संपर्क करना पड़ता है। ये ब्रोकर आपको शेयर खरीदने के लिए टिप्स भी देते हैं।

आजकल तो ब्रोकर ऑफलाइन को जगह ऑनलाइन ब्रोकर भी है। इसीलिए आजकल शेयर मार्केट में पैसा लगाना बहुत आसान हो गया है।

बहुत सारे ऐसे ऐप आ गए हैं। जिसके जरिए आप शेयर मार्केट में पैसा खुद से लगा सकते हैं। ये सारे ऐप जो शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए होते हैं। ये ऐप ही एक प्रकार से ब्रोकर के तौर पर काम करते हैं। बस आप बिना किसी की मदद के डीमैट अकाउंट भी खोल सकते हैं।

क्या शेयर मार्केट रिस्की है:-

अगर आप ये सोच रहे हैं कि क्या शेयर मार्केट रिस्की है। तो अगर हम एक शब्द में जवाब देना चाहे तो हां। शेयर मार्केट रिस्की है। क्योंकि शेयर मार्केट में हर समय उतार चढ़ाव आते रहते हैं। जिसके कारण अनेक कंपनियों के शेयर मार्केट के दाम गिरते हैं। तथा अनेक कंपनियों के शेयरों ले दाम उठते हैं।

यही कारण है कि शेयर मार्केट में रिस्क तो होता है। अतः शेयर मार्केट में हमे पैसा तभी लगाना चाइए जब हमारे पास ज्यादा पैसा हो और उतना ही पैसा लगाना चाइए जितना की आप नुकसान सह सकते हो।

साथ ही में हमे शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले शेयर बाजार को अच्छे से समझना होगा। बिना सोचे समझे निवेश करने से हमारा पैसा डूब सकता है। अतः यदि हम अच्छे से शेयर बाजार की समझकर निवेश करते हैं तो हमारा पैसा डूबने से बच सकता है। और साथ ही में हमें ज्यादा रिटर्न मिल सकते हैं।

शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव के कारण (reason behind ups and down of share market in Hindi):-

दोस्तों शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव के बहुत सारे कारण हो सकते हैं जिसमें से कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं।

महामारी के कारण (due to pandemic):-

दोस्तों जैसा कि हम सब एक सबसे बड़ी महामारी से अभी भी गुजर ही रहे हैं। लेकिन जब हमने देखा कि एक समय पर यह महामारी पूरे विश्व में peak पर था। उस समय हमारे भारत में ही नहीं पूरे विश्व में लॉकडाउन लगा था। कोई भी मानव गतिविधियां नहीं हो रही थी। जिससे बहुत सारे छोटे बड़े प्लांट तथा कंपनियां लगभग ठप पड़ गई थी। एक प्रकार से देखा जाए तो पूरी इकॉनमी ही ठप हो गई थी। उस समय शेयर मार्केट की बहुत ही बुरी स्थिति थी। लगभग सारे कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिला था।

देश के सरकारों द्वारा लिया गया फैसला:-

कभी-कभी हमारी सरकारें ऐसी फैसला लेती हैं कि इस फैसले का असर किसी भी कंपनियों पर डायरेक्ट प्रभाव पड़ता है। जैसे कि उदाहरण के तौर पर अभी हाल ही में भारत सरकार ने फिर से 54 चाइनीस ऐप पर बैन लगाया है। जिसमें एक गेमिंग एप गरेना फ्री फायर था। जिसको एक सिंगापुर की मेजर गेमिंग कंपनी Sea ने बनाया था। भारत का मार्केट इतना बड़ा मार्केट है कि फ्री फायर बैन होते ही इस कंपनी के शेयर में 20% तक गिरावट देखने को मिला।

आप सोच रहे होंगे कि फ्री फायर को जो सिंगापुर की कंपनी ने बनाया था तो फिर भी क्यों इस गेम वाले ऐप पर बैन लगाया गया। तो मैं आपको बता दूं कि इस कंपनी का एक बहुत बड़ा शेयर चाइनीस गेमिंग कंपनी टेंसेंट गेमिंग के पास है। यही कारण है कि भारत सरकार ने इसे पूर्णता बंद कर दिया।

कंपनी को निजी स्तर पर नुकसान: –

ऐसा भी देखा जाता है कि कभी-कभी कंपनियों को किसी कारणवश भारी नुकसान झेलना पड़ता है। अतः उस कंपनी के शेयर की वैल्यू भी गिर जाती है।

कंपनियों का सामाजिक विरोध: –

भारत में अपने देखा होगा कि कभी-कभी कंपनिया अपनी किसी एक विज्ञापन के जरिए या अपने किसी सोशल मीडिया हैंडल के जरिए से ऐसा स्टेटमेंट या कोई ऐसा विज्ञापन दिखा देते हैं जिससे लोगों के सेंटीमेंट को नुकसान पहुंचता है। और लोग उस कंपनी के विरोध में कंपनी के प्रोडक्ट का बहिष्कार करते हैं जिससे परिणाम स्वरूप कंपनी के शेयर में भी नेगेटिव इंपैक्ट देखने को मिलता है लेकिन यह नेगेटिव इंपैक्ट लंबे समय तक के लिए नहीं होता है। यह नेगेटिव इंपैक्ट थोड़े समय के लिए ही देखने को मिलता है।

शेयर मार्केट में पैसा कैसे इन्वेस्ट करें या निवेश करें (how to invest money in share market in Hindi):-

दोस्तों शेयर मार्केट में पैसा लगाने के लिए आप सीधे तौर पर पैसा नहीं लगा सकते हैं। इसमें पैसा लगाने के लिए आपको एक ब्रोकर की जरूरत पड़ेगी। यह ब्रोकर आपको दो प्रकार से उपलब्ध होते हैं।

  1. Offline broker
  2. Online broker

ऑफलाइन ब्रोकर आपके पास कोई व्यक्ति आकर आपका डिमैट अकाउंट खुलेगा और उसमें पैसा इन्वेस्ट करने के लिए अलग-अलग प्रकार के टिप्स देखा यह ब्रोकर आपसे थोड़ा बहुत पैसा भी चार्ज करते हैं।

ऑनलाइन ब्रोकर का मतलब है कि आपको किसी ऐप के जरिए ही डिमैट अकाउंट खोलना है तथा निवेश करना है। ये ऐप ही एक प्रकार का ब्रोकर होता है। आजकल बहुत सारे ऐप है जो इस प्रकार के वर्ग में शामिल हैं। जिनमें से जीरोधा, एंजल ब्रोकिंग, और ग्रो ऐप है। यह काफी प्रसिद्ध ऐप है।

इस ऐप के जरिए आप एक डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। तथा उस डीमैट अकाउंट से आप अपने पर्सनल अकाउंट को लिंक कर सकते हैं।

Leave a comment