परिचय :
जैसे की हमने पिछले पोस्ट में ओवर लोड रिले के बारे में डिस्कस किया। जिसमे आपको ये लगेगा की ओवरलोड रिले और सर्किट ब्रेकर का दोनों ही है। लेकिन ऐसा नहीं हैं। इन दोनो में एक बड़ा डिफरेंस (MCB और overload relay में अंतर:) होता है। जिसको ही हम इस पोस्ट के माध्यम से समझेंगे।
ओवरलोड रिले और सर्किट में ब्रेकर के बनवाट में क्या समानता है?:
दोस्तों, ओवरलोड रिले और सर्किट ब्रेकर में यही समनता है की इन दोनो को बनावट में एक बाई मेटैलिक स्ट्रिप होती हैं। जो की ओवरलोड की स्थिति में करेंट के बढ़ने पर मुड़ जाती हैं। और सप्लाई को डिस्कनेक्ट करती है। और यह दोनो उपकरण इलेक्ट्रिकल उपकरण को ही सुरक्षा देने के लिए लगाया जाता है।

बाई मेटैलिक स्ट्रिप:
दोस्तों बाई मेटैलिक स्ट्रिप एक ऐसा स्ट्रिप है। जो टेंपरेचर के ज्यादा बढ़ने पर बेंड हो जाती है। और बाई मेटैलिक स्ट्रिप के यही गुण को हम MCB में और ओवरलोड रिले में इस्तेमाल करते हैं। अब करेंट के बढ़ने से हिट क्यों पैदा होता है ये समझते हैं। दोस्तों एक सूत्र होता है जिसमे हिट (H) = i2 rt होता है। जहा पर आप देख सकते है को जब हमारा करेंट बढ़ता है हमरा हिट उस करेंट के वर्ग के बराबर बढ़ता है। मेटल की हिट स्क्वायर के फार्म में बढ़ेगा। अतः यही कारण है कि करेंट के बढ़ने से हिट पैदा होता है।

MCB और overload relay में अंतर:
MCB | OVERLOAD RELAY |
---|---|
यह किसी भी प्रकार के सर्किट सिस्टम में ओवरलोड से प्रोटेक्शन के लिए लगाया जाता है। | यह ज्यादातर मोटर को ओवरलोड प्रोटेक्शन के लिए लगाया जाता है। |
MCB अकेले ही सर्किट को ब्रेक सकतीं है। | लेकिन ओवरलोड रिले कोट्रोल सर्किट के जरिए ट्रिपिंग कमांड भेजती है जिसको सर्किट ब्रेकर एक्जीक्यूट करता है। मतलब ओवरलोड रिले के साथ सर्किट ब्रेकर का होना जरूरी है। |
यह डिवाइस हमारे इलेक्ट्रिकल सिस्टम को दो प्रकार से सुरक्षा देता है। पहला ओवरलोड की स्थिति में और दूसरा शॉर्ट सर्किट के स्थिति में। | ओवरलोड रिले भी हमारे सिस्टम को दो प्रकार से सुरक्षा देता है जैसे कि पहला तो ओवरलोड प्रोटेक्शन और दूसरा फेज फेल्योर के स्थिति में। |
MCB पूरे सर्किट के सप्लाई को लोड से डिस्कनेक्ट करती है। | लेकिन एमसीबी सिर्फ अपने कंट्रोल सर्किट को डिस्कनेक्ट करती है। जिससे की सर्किट ब्रेकर को एक भी ऑफ हो जाता है। |
एमसीबी या एसीबी या हैं कहे तो सर्किट ब्रेकर सब एक समान ही है। और यह पावर सर्किट के साथ साथ कंट्रोल सर्किट में भी इस्तेमाल किया जाता है। | लेकिन ओवरलोड रिले को हम सिर्फ कंट्रोल सर्किट में ही लगा सकते है। |