Blogging kaise kare | ब्लॉगिंग से पैसा कैसे कमाए

परिचय:-

आजकल लोग एक फुल टाइम जॉब के साथ-साथ पार्ट टाइम भी अर्निंग करना चाहते हैं उन्हें ब्रह्म इसके लिए लोग ऑनलाइन ही पैसा कमाना चाहते हैं। अतः इसमें लोगों को ब्लॉगिंग से पैसा कमाने की सोचते हैं। आज के इस पोस्ट में हम ब्लॉगिंग से पैसा कैसे कमाए (Blogging kaise kare) इन्ही बातों पर डिस्कस करेंगे।

ब्लॉगिंग क्या है (what is blogging in Hindi):-

दोस्तों ब्लॉगिंग एक प्रकार का अपना एक वेबसाइट होता है। जिस पर आप अपनी योग्यता या नॉलेज के आधार पर विभिन्न टॉपिक पर आर्टिकल लिखकर पोस्ट कर सकते हैं। उसके बाद जब आपका आर्टिकल लोग पढ़ेंगे तो आपको गूगल पैसा देगा। लेकिन इसमें आपको बहुत सारे प्रक्रियाओं को पूरा करने की जरूरत होती है। अतः हम इस पोस्ट में इसी सारे प्रक्रियाओं को बताएंगे।

Blogging kaise kare

ब्लॉगिंग कैसे करें (blogging kaise kare):-

ब्लॉगिंग को शुरू करने के लिए हमें निम्न प्रकार के स्टेप्स को फॉलो करना पड़ेगा।

1. Niche का चयन करना
2. डोमेन खरीदना
3. Hosting खरीदना
4. आर्टिकल के लिए टॉपिक का चयन
5. आर्टिकल लिखना
6. एडसेंस का अप्रूवल लेना

Niche चुनना:-

अगर आप ब्लॉगिंग करना चाहते हैं, तो अपने niche को सेलेक्ट करना बहुत ही जरूरी है। इसके लिए पहले आपको सोचना है कि आप किस क्षेत्र में ज्यादा नॉलेज रखते हैं। इसके साथ ही आपको यह भी देखना होगा कि आपको किस क्षेत्र में ज्यादा दिलचस्पी है। क्योंकि यह बात आपको आगे और ज्यादा लिखने को प्रेरित करेगी। जब आप एक निश्चित क्षेत्र को चुनते हैं, तो आपको इस विषय को चुनना ही Niche चुनना कहते हैं।

Niche चुनना पूरी तरह से आपकी विवेक और ज्ञान पर निर्भर करता है। आप चाहे तो इसके लिए अपने विषय से जो आप अपने पढ़ाई में जिस विषय में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते हैं वह भी चुन सकते हैं।

अगर आप कॉमर्स की पढ़ाई कर रहे हैं तो आप बैंकिंग से संबंधित टॉपिक पर आर्टिकल लिख सकते हैं। अगर आप साइंस में ज्यादा रुचि रखते हैं तो साइंस पर आर्टिकल लिख सकते हैं। और अगर आप टेक्नोलॉजी में रुचि रखते हैं तो टेक्नोलॉजी से संबंधित आर्टिकल लिख सकते हैं।

डोमेन खरीदना:-

अब जब आप niche चुन लेते हैं, तो आपको उसके बाद उस niche से संबंधित नाम का डोमेन यानी की वेबसाइट खरीदनी होगी। हमें डोमेन ऐसा खरीदना चाहिए, कि उसके डोमेन नाम में आपके niche से संबंधित शब्द जरूर हो। इससे आपके वेबसाइट की अथॉरिटी बढ़ जाती है। और लोगों को भी आपके वेबसाइट्स के नाम आसानी से याद रहते हैं।

जिससे वह यूजर आपके वेबसाइट पर बार-बार रिटर्न आता है। गूगल भी इसी प्रकार की वेबसाइट के नाम वाले वेबसाइट को रैंकिंग में प्राथमिकता देता है।

अतः इसके लिए आपको बस डोमिन खरीदने वाले वेबसाइट पर जाना है और अपने डोमेन नाम को डालना है। अगर आपके द्वारा डाले गए डोमेन नाम उपलब्ध रहेगा तो आपके लिए वह डोमिन खरीदने का ऑप्शन देगा। लेकिन यदि वह डोमेन पहले से ही बिक चुका है तो आपको व डोमिन खरीदने का ऑप्शन नहीं देगा।

इसके साथ ही आपको अलग-अलग डोमेन खरीदने का भी ऑप्शन देगा जो उसी नेम से रिलेटेड डोमेन नेम होगा। जिसमें आपको जो अच्छा लगे वह डोमिन सेलेक्ट कर सकते हैं और उसे खरीद सकते हैं।

डोमेन खरीदने के लिए बहुत सारे वेबसाइट मौजूद हैं जिनमें से गोडैडी, होस्टिंग, होस्टगेटर इत्यादि प्रसिद्ध है जो न्यू यूजर के लिए काफी अच्छा ऑफर मौजूद कराते हैं।

होस्टिंग लेना:-

जो आप डोमेन खरीद लेंगे तो आपको उस वेबसाइट को चलाने के लिए एक सर्वर की जरूरत होती है। जिसमें आपके वेबसाइट पर उपस्थित सारे डेटा को स्टोर करके रखती है। तथा यही डाटा जब लोगों द्वारा सर्च किया जाता है तो सर्वर द्वारा दिखाया जाता है। इसे ही हम होस्टिंग कहते हैं। होस्टिंग को भी हमें खरीदना पड़ता है। शुरुआत में होस्टिंग ऐसा खरीदना चाहिए ताकि वह होस्टिंग इकोनॉमिक के साथ-साथ विश्वसनीय भी हो।

होस्टिंग लेने में भी बहुत से प्रकार के होस्टिंग आते है। जिसमे से आपको पहले इकोनॉमिक होस्टिंग ही चुनना चाहिए। क्योंकि शुरुआत में आपके वेबसाइट पर काम विजिटर आते है। इसीलिए आपको प्रीमियम होस्टिंग लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

होस्टिंग लेने के बाद आपको अपने वेबसाइट के होस्टिंग सर्वर से जोड़ना होता है। जब आपका वेबसाइट होस्टिंग से जुड़ जायेगा तो उसके बाद आप अपने वेबसाइट के लिए एक बढ़िया का थीम सेलेक्ट करें।

थीम सिलेक्शन में हमे यह ध्यान देना चाइए की हमारा थीम एक हल्का थीम हो जिसके लोडिंग टाइम काम हो इससे ऐसा होता है कि वेबसाइट्स की स्पीड तेज हो जाती है। जिससे गूगल आपके वेबसाइट को जल्दी से रैंक करने में मदद करती है। और आपके कंटेंट को ज्यादा प्रमोट करती है। हल्के थीम के लिए आप Astra, Generate Press, या WP Ocean थीम को यूज कर सकते हैं। 

आर्टिकल के लिए टॉपिक का चयन :-

अब सवाल यह आता है कि आर्टिकल लिखे तो क्या लिखें। हमे आर्टिकल ऐसे बिल्कुल नही लिखना है की जो मन में आए लिख दो। आपको अपने क्षेत्र से संबंधित टॉपिक का कीवर्ड रिसर्च करना है। इसमें गूगल के keyword planner की मदद ले सकते हैं। इसमें जिस भी विषय पर आप आर्टिकल लिखना चाहते हैं। उस टॉपिक को सर्च करना होता है। जिससे गूगल हमे यह बता देता है यह टॉपिक गूगल पर कितना बार एक महीने में सर्च होता है। इस प्रकार हम एक अंदाजा लगा लेते हैं कि यह टॉपिक गूगल पर ज्यादा सर्च होता है। और उस टॉपिक को हम अच्छे से अपने शैली में लिखते है।

आर्टिकल लिखना :-

दोस्तों जैसा कि हमें आर्टिकल ऐसा लिखना चाहिए कि ताकि हमारा आर्टिकल गूगल को समझ में आ जाए तथा वह यह समझ जाएगी यह जो आर्टिकल लिखा है यह किस टॉपिक के बारे में लिखा गया है। इसके लिए हमें जिस कीबोर्ड पर आर्टिकल लिख रहे हैं वहीं केवल अपने आर्टिकल में बार-बार मेंशन करना पड़ता है। ताकि गूगल आपकी आर्टिकल को समझ सके।

अतः हमें गूगल के एल्गोरिथम के अनुसार ही अपने आर्टिकल को ऑप्टिमाइज़ करना पड़ता है। अपने आर्टिकल को गूगल के एल्गोरिथम के अनुसार ऑप्टिमाइज़ यह सजना या लिखना ही SEO या सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन कहलाता है।

आपका आर्टिकल किस लेवल तक गूगल सर्च इंजन के लिए ऑप्टिमाइज है। यह जानने के लिए आपके वेबसाइट में बहुत सारे plugins लगाना पड़ता है। जिसमे आपको ये प्लगिन ऑटोमैटिक ये बताता है को आपके आर्टिकल में क्या सुधारने की जरूरत है। सबसे अच्छा प्लगिन SEO के लिए Youst SEO, तथा Rank Math माना जाता है।

आप इन प्लगिन का इस्तेमाल कर के आसानी से ये समझ सकते हैं की आपको अपने आर्टिकल में कहा कहा सुधारने की जरूरत है।

आर्टिकल लिखने में आपको पहले थोड़ा परेशानियों का सामना करना पड़ेगा । लेकिन जब आप लगातार लिखने लगेंगे तो ऑटोमैटिक आपका आर्टिकल गूगल के अनुसार लिखना शुरू कर देंगे।

एडसेंस का अप्रूवल :-

दोस्तों जब हम आर्टिकल लिखकर डालना शुरू कर देते हैं। तो उसके बाद हमे लगातार कुछ महीनो तक ऐसी विभिन्न प्रकार के टॉपिक पर आर्टिकल डालना जारी रखते हैं। इसी बीच हमे कुछ आवश्यक पेजेज जैसे Privacy policy, Contact us, About us, Disclaimer आदि को बना कर पब्लिश कर देना चाइए।

जब आप हर प्रकार से अपने वेबसाइट को अच्छे से तैयार रखेंगे तो आपको गूगल ऐडसेंस द्वारा अप्रूव 24 घंटे के अंदर ही मिल जाएगा।

अप्रूवल मिलने के बाद हमे अपने इच्छानुसार वेबसाइट पर विज्ञापन को लगाकर अर्निंग कर सकते है। अगर आपको ad placement करने नही आता है तो आप एडसेंस के तरफ से जारी ऑटो एड का ऑप्शन ऑन कर सकते हैं। जिससे आपको ad लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

Leave a comment