Introduction
दोस्तों जैसे जैसे हमारी टेक्नोलॉजी तेजी से आगे बढ़ रही है वैसे वैसे हमारा टेक्नोलॉजी और ज्यादा एडवांस होता जा रहा है। अब हमारा टेक्नोलॉजी भी हमारे काम करने के तरीके को अच्छे से समझ कर हमे उसी हिसाब से जवाब देने की कोशिश कर रहा है। तो दोस्तों आज हम बात करने वाले है इसी प्रकार के टेक्नोलॉजी पर जिसका नाम है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट। आज हम लोग ये समझने वाले है की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट क्या है? इसके फायदे क्या है और इससे होने वाले नुक़सान क्या है। और भी बहुत कुछ आपको जानने को मिलेगा इस पोस्ट में, तो बने रहिए हमारे साथ।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट (artificial intellegnet):-
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ होता है बनावटी बुद्धिमत्ता जों प्राकृतिक नहीं है। यह मनुष्यों द्वारा बनाया गया है। मतलब की ऐसा बुद्धि जों तकनीक के जरिए मनुष्यों द्वारा बनाया गया है। ऐसी तकनीक जो खुद से डिसीजन लेकर काम कर सके या कोई चीज त्रुटिपूर्ण है तो उसे सुधार कर त्रुटिरहित कर सके । उसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट कहते हैं।
जब मशीनों द्वारा सामान्य बुद्धि का प्रयोग किया जाता है तो उसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट कहते हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट (AI) कंप्यूटर साइंस का एक भाग है जिसमे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट से संबंधित टेक्नोलॉजी को पढ़ाया जाता है। पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट शब्द का प्रयोग 1956 में John McCarthry के द्वारा किया गया था। जो MIT के प्रोफेसर है।

वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदाहरण:-
दोस्तों ऐसा नहीं कि आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट का प्रयोग नहीं हो रहा है। आजकल भी हम लोग इसका प्रयोग कर रहे हैं। हम लोग आजकल भी प्रयोग कर रहे हैं लेकिन हम ये का सकते है कि ज्यादा एडवांस नहीं है। तो आइए जानते है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट का प्रयोग कहा कहा करते हैं।
Vertual parsonal assistance:-
दोस्तों आजकल हम मोबाइल फोन का प्रयोग तो करते ही हैं। जिसमे आप बहुत सारी कंपनियों का मोबाइल फोन इस्तेमाल करते हैं। इसमें आप एप्पल, एंड्रॉयड फोन आदि कंपनियों का स्मार्ट फोन इस्तेमाल जरूर करते हैं। इन सब फोन में एक फीचर होता है personal assistance का को कुछ भी पूछने पर आपके सवालों का जवाब देता है। इसमें एप्पल के फोन आपको siri नाम कर personal assistance देखने को मिलता है। और एंड्रॉयड में गूगल का personal assistance मिलता है। इसके अलावा आप अमेजॉन के प्रोडक्ट में एक alexa नाम का personal assistance based स्पीकर मिलता है।
इन सब personal asisstance को एक्टिवेट करने का एक word होता है जिसे बोलने पर ये एक्टिवेट हो जाते हैं। जैसे गूगल assistance को एक्टिवेट करने के लिए ‘Hey Google‘ बोलना पड़ता है। और एप्पल के siri को ‘hey siri’ बोलने पर एक्टिवेट हो जाती है। और अमेजॉन के alexa device को ‘alexa’ बोलने पर एक्टिवेट हो जाती है।
Vertual personal adistance काम कैसे करती है:-
ये वर्चुअल पर्सनल असिस्टेंट आपके ही फोन से जानकारियां इकठ्ठी करती है और जो आप सवाल पूछते है उसका जवाब उसी हिसाब से देती है। ये आपके फोन को प्रयोग करने के तरीके को सीख कर जों आप चाहते हैं उस आपके सामने प्रस्तुत करती है। ताकि आपके उसके द्वारा दिए गए जबाव से संतुष्ट हो।
वीडियो गेम:-
वीडियो गेम चुकी बहुत पहले से इस्तेमाल होती आ रही है। अतः यह आज कुछ ज्यादा एडवांस हो गया है। आजकल हम देख रहे है कि बहुत सारे एडवांस वीडियो हमे मौजूद है। ये सब यूजर के द्वारा बहुत समय से इस्तेमाल करने का नतीजा है। और खास बात यह है कि इस वीडियो गेम को हर वर्ग के लोग इस्तेमाल कर रहे है। इसीलिए वीडियो हमे का AI और ज्यादा एडवांस हो गया है।
Smart cars:-
आजकल बहुत सारी कंपनियां जैसे ऑडी, मर्सडीज, टेस्ला ये सब स्मार्ट कार बना रही है। इसके ऑटो पायलट कि भी सुविधा उपलब्ध है। ऑटो पायलट मूड में लगने पर कार अपने आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट का प्रयोग कर चलाने लगती है और कंट्रोल करती है।
Security surveillance:-
आजकल बड़े बड़े institutions, colleges, company, और बहुत सारे ऐसी सरकारी विभाग जिन्हें 25×7 सुरक्षा देने की जरूरत पड़ती है। अतः इस स्थिति में सिक्योरटी surveillance system में AI का उपयोग बहुत महत्व पूर्ण हो जाता है। और आजकल उच्च संवेदनशील क्षेत्र जैसे आर्मी के बड़े, DRDO OFFICE, ISRO HEAD OFFICE, आदि में सिक्योरटी surveillance में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट का प्रयोग किया जाता है।
जो 24 घंटे चारों तरफ होने वाले एक्टिविटी को नोटिस करता है और असामान्य चीज़ों को डिटेक्ट कर उसे warning tone के जरिए अलर्ट करता है।
आजकल सिक्योरटी surveillance के जरिए ट्रैफिक सिस्टम को भी कंट्रोल किया जा रहा है। इस टाइप के ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम में यदि आप लिमिट स्पीड से तेज गति से गाड़ी चलाते हैं। तो ट्रैफिक का सिक्योरटी सिस्टम आपको डिटेक्ट कर लेगा और आपके मोबाइल पर ऑटोमैटिक एक मैसेज चला जाएगा और आपका चालान भी आटोमैटिक कट जाएगा । ये सब संभव है सिर्फ सिक्योरटी surveillance के जरिए। अतः जो हम एक बड़े ही कॉम्प्लेक्स सिस्टम से गुजरते हैं। वो हम एक AI की मदद से कुछ समय में कर सकते हैं। वो भी पूरे ईमानदारी के साथ।
Music and movie recommendation service:-
दोस्तों आपने ये बात जरूर नोटिस की होगी कि जब हम मोबाइल पर कोई music या movie या कोई प्रोडक्ट search करते हैं। तो मोबाइल का AI हमारी search की गई चीज़ों को स्टोर कर लेता है। और बाद में उसी प्रकार के एड या recommendation video को या आर्टिकल को हमारे सामने परोसती है। जैसे कि अगर हम मान लेते है की अगर हम इंटरनेट पर ब्लॉगिंग के बारे में search कर रहे हैं तो हम जब गूगल क्रोम पर न्यूज सेक्शन में जाते हैं तो उसमे कुछ न कुछ आर्टिकल या न्यूज उसमे ब्लॉगिंग से संबंधित मिल है जाता है। और यह सब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के करें संभव हो पाता है। जब आप youtube पर जिस भी प्रकार के वीडियो ज्यादा देखते हैं तो youtube का एल्गोरिथम आपको उसी प्रकार के वीडियो को आपको ज्यादा परोसती है। ये सब AI का कमाल है।
आजकल ऑनलाइन customer support भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट के मदद से और सुविधा जनक हो गया है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट वाले रोबोट:-
दोस्तों इसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग बहुत से प्रकार के रोबोट का इस्तेमाल किया का रहा है। जैसे इंडस्ट्रीज में, मेडिकल के क्षेत्र में, इंस्टीट्यूशन में, और प्रयोगशाला आदि में । ऐसे में बहुत से कंपनियों ने ऐसे रोबोट को बनाया है तो आइए जानते है ऐसे रोबोट्स के बारे में।
शोफिया रोबोट:-
यह रोबोट एक सबसे एडवांस टेक्नोलॉजी का रोबोट है। इसमें AI का प्रयोग भी सबसे एडवांस टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाता है। इसकी voice और face female का है।
इस रोबोट को बनाने वाली कंपनी Hanson robotics company है जो हांगकांग based company है। इसको हंसों नामक व्यक्ति ने बनाया है। यह रोबोट सबसे एडवांस इसीलिए कहा जा रहा है क्योंकि है जबाव देने के साथ साथ चेहरे के expression को भी व्यक्त करने में कामयाब है। यह आपको अच्छा अच्छा जोक भी सुना सकती है। इस रोबोट को सऊदी अरब ने नागरिकता भी से दी है। दुनिया का ये पहला रोबोट है जिसे किसी देश की नागरिकता मिली है।
इसे भी पढ़े:
- ट्रांसफार्मर क्या होता है और यह कितने प्रकार के होते हैं
- माउस क्या होता है यह कितने प्रकार के होते है।
- slack क्या होता है?
- ऑपरेटिंग सिस्टम क्या होता है। यह कंप्यूटर में कैसे काम करता है?
IRA robot and EVA Robot :-
इन दोनों रोबोट को बैंक में रिसेप्शन पर लगाने के लिए बनाया गया है। जिसका काम है लोगों को गाइड करना और बैंक में आए लोगों को सही काउंटर पर पहुंचना ।
Sbi के रोबोट:-
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने भी कस्टमर service के लिए SIA नामक रोबोट का निर्माण किया है। SIA कस्टमर को बैंक के सारे रूल्स भी बताएगी। और बैंकिंग संबंधित सारी जानकारी भी देती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट का प्रयोग कहा कहा किया का सकता है।:-
- स्वास्थ्य के क्षेत्र में
- व्यवसाय के क्षेत्र में
- शिक्षा के क्षेत्र में
- वित्तीय क्षेत्र में
- मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में
- गेमिंग में
- स्पीच रिकंगीशन में
- साइबर सुरक्षा में
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट के हानि:-
दोस्तों जब हम कोई नई तकनीक लाते है तो उसका दो एंगल होता है पहला उसका positive angle और दूसरा उसका नेगेटिव एंगल। इस केस में भी यही बात है। AI के बहुत से नेगेटिव एंगल भी है जिसको कुछ बड़े बड़े लोगों ने आने वाले समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट को खतरनाक बताया है। एलोन मस्क ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट को हमारे भविष्य के लिए अच्छा नहीं बताया है। और इस बात पार बहुत सारे बुद्धिजीवी भी सहमत है। हालाकि की अभी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट उतना एडवांस नहीं है जितना इसे होना चाइए इसीलिए अभी की बात सही है। इसे पूरी तरह डेवलप होने में काफी समय लग सकता है । इससे अगर हमारे ऊपर बुरा प्रभाव पड़ेगा तो वो हमारे वैचारिक संबंधों पर पड़ेगा। हम सोशल कनेक्टिविटी से दूर हो जाएंगे। हम मनुष्यों के बीच सामाजिक दूरियां बढ़ने लगेगी। क्योंकि हमे हर जगह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बने रोबोट मिलेंगे जो हमे किसी बी प्रकार की service देंगे। जिससे हम मानव से ज्यादा मिलने के बजाय हूं ज्यादा रोबोट से मिलने लगेंगे। इससे हम पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है। और ये बात हमे ध्यान देने की है। क्योंकि मानव एक सामाजिक प्राणी है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट के आने से हमारी नौकरियों पर भी प्रभाव पड़ सकता है। इससे हमारे पास नौकरी कि कमी हो जाएगी। क्योंकि एक मशीन कई लोगों के जगह ले सकता है। जिससे ओवर ऑल हमे नौकरी की कमी को झेलना पड़ेगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट का एक और महत्वपूर्ण हानि यह है कि अगर यह तकनीक किसी अतंकवादी संगठन के हाथ लग गई तो हमे जान और माल दोनों की भारी हानि हो सकती है।
Conclusion:-
दोस्तों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट जिस प्रकार से आने वाले समय में एक क्रांतिकारी तकनीक बनने वाली है। उसी प्रकार से इसका एक नेगेटिव एंगल भी है। और लोग इसकी चर्चा जोर शोर से कर रहे हैं। और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट का यही एक बड़ी समस्या है लेकिन हम जानते है कि हर समस्या का समाधान है।
दोस्तों ऐसा नहीं है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट के आने से हम पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ेगा। और हम पूरी तरह बेरोजगार हो जाएंगे कोई नौकरी नहीं रहेगी। जैसे जैसे हमारी तकनीक आगे बढ़ेगी वैसे वैसे हमारी जरूरत भी बढ़ेंगी। ऐसा हो सकता है कि हमारी नौकरी की जरूरत कुछ अलग तरह की हो। हो सकता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट के आने से हमारी सोसाइटी में अलग तरह के नौकरियों किं जरूरत पड़े।
जैसे कि आजकल ऑनलाइन शॉपिंग आने से ऐसा नहीं है कि हमारी बाजारों में दुकानों कि कमी हो गई है। जबकि हमे इसकी वजह से हमे अपने बिजनेस को और आगे बढ़ने में मदद मिली है। और इसके साथ साथ डिलीवरी देने वालों की एक अलग से नौकरी का जरिया पैदा हो गया है।
ऐसे ही हो सकता है कि हमारा नौकरी करने का ढंग बदल सकता है ना कि नौकरियां काम हो सकती है। ऐसा भी नहीं है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट के आने से सब कुछ अच्छा ही होगा। इसके कुछ बुरे प्रभाव भी पड़ेंगे। जिसको अभी से कल्पना करना मुश्किल है। यह तो समय तो हमे अच्छे से बताएगा की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट के आने से क्या फायदा हुआ और क्या नुक़सान।