agnipath yojana in hindi | इसमें क्या बदलाव किये गए

परिचय:-

अग्नीपथ योजना के बारे में तो आपने सुना ही होगा। इस योजना के कारण इतने सारे दंगे देश में फैल गए। अग्निपथ योजना (agnipath yojana in hindi) के साथ बच्चे चले थे अग्निवीर बनने लेकिन इसके विरोध में आग लगाकर अग्निबाज बन गए। और इस योजना विरोध का लगभग हर राज्य में देखने को मिला लेकिन सबसे पहले विरोध देखा गया बिहार में। आज के इस पोस्ट में हम इस योजना के बारे में विस्तार से समझेंगे। इसका विरोध हुआ है और इतने विरोध के बाद सरकार ने इस योजना में क्या क्या बदलाव किए हैं यह सब बातें इस पोस्ट में हम समझेंगे।

अग्निपथ योजना क्या है (Agnipath yojana in Hindi):-

दोस्तों अग्निपथ योजना भारत सरकार के द्वारा हाल ही में निकली गई एक आर्मी को भारती प्रक्रिया की योजना है। इस योजना के तहत भारत सरकार हर साल में दो बार आर्मी की भर्ती निकलेगी। यानी की हर छः महीने बाद इस योजना की भर्ती निकलेगी। अग्निपथ योजना के द्वारा सिर्फ आर्मी की भर्ती की प्रक्रिया ही की जाएगी।

अग्निपथ योजना (agnipath yojana in Hindi) को भारत सरकार ने 14 जून 2022 को इंट्रोड्यूस्ड किया था। इस योजना के तहत भारत सरकार जितने भी आर्मी मैन रिक्रूट होंगे। उन्हें भारत सरकार अग्निवीर ने नाम से बुलाएगी। इस योजना के द्वारा सेना में भर्ती हुए अग्निविर का कार्यकाल सिर्फ 4 साल का होगा।

हालाकि भारत सरकार ने जैसे ही इस योजना को लोगों के से इंट्रोड्यूस्ड किया। लोगों ने खासकर स्टूडेंट ने इस योजना का जमकर विरोध हुआ है। अब चुकी इसके विरोध में कुछ हद तक जायज भी था । लेकिन इस विरोध ने नाम पर पब्लिक प्रॉपर्टी का नुकसान पहुंचाना कही तक जस्टिफाई नही किया जाना चाइए।

agnipath yojana in hindi

अग्निपथ योजना को लेकर स्टूडेंट को किस बात का विरोध है:-

अग्निपथ योजना (agnipath yojana in Hindi) को लेकर हमे लगभग सारे राज्यों में विरोध देखा है। और इस विरोध के हमने बहुत सारे पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान भी देखा है। तो इतने बड़े लेवल पर जब विरोध हुआ है है तो हमे यह देखना जरूरी है की लोगों को इसमें क्या कमी  दिखाती है की लोग इतने बड़े लेवल का विरोध प्रदर्शन किए है। और अभी भी कुछ जगहों पर इसका विरोध हो ही रहा है। लेकिन अब बहुत हद तक कम गया है। तो आइए कुछ प्वाइंट को लेकर समझते हैं।
1. सबसे पहले तो इस बात का विरोध हो रहा है की यह योजना में भर्ती हुए सैनिक सिर्फ चार साल के लिए ही भारती होंगे। इस बात को लेकर सबसे ज्यादा विरोध स्टूडेंट्स में देखने को मिला।
2. दूसरा सबसे बड़ा सवाल था की इसके तहत भर्ती हुए सैनिक के लिए कोई पेंशन की व्यवस्था नहीं थी। यानी की यहां आप चार साल के बाद रिटायर हो जाते है तो आपको कोई पेंशन नहीं दिया जाएगा।
3. तीसरा सबसे बड़ा प्वाइंट ये था कि इसमें जो उम्र की लिमिटेशन थी वो बहुत ही कम थी। जो को साढ़े सत्रह साल से लेकर इक्किश साल तक था।

हालाकि इतने विरोध के बाद सरकार ने इस योजना (agnipath yojana in Hindi) में कुछ बड़े बदलाव किए है। जिसको हम आगे डिस्कस करेंगे। लेकिन उससे पहले हम ये समझ लेते हैं की इस योजना के शुरुआती में आने पर क्या क्या लाभ और एज लिमिट वैगरा क्या था।

योजना के शुरुआत में इसमें निम्न प्रकार के रूल्स, एलिजिबिल्टी और प्रावधान थे।

  1. एलिजिबिल्टी के लिए आप यदि हाई स्कूल पास आउट हैं तो आप इसमें स्कीम में पार्टिसिपेट कर सकते है। यदि आप इंटरमीडिएट पास आउट हुआ तो आप आप इसमें अपन फॉर्म भर सकते हैं।
  2. इसमें उम्र की सीमा साढ़े सत्रह से एक्किश साल थी।

अग्निवीर बनाने के कुछ और भी फायदे:-

दोस्तों, अग्निबीर बनने के कुछ और भी बेनिफिट है जो को आपको नीचे दिखाया गया।
1. दोस्तों अग्निपथ योजना (agnipath yojana in Hindi) के तहत बने अग्निवीर सैनिकों को पहले साल का पेमेंट 4.76 लाख सालाना होगा।
2. अग्निवीर सैनिकों का यह सैलरी चौथे साल बढ़ाकर 6.92 लाख हो जायेगी।
3. इसके अलावा रिस्क और कठिनाई के आधार और बाकी के एलाउंस मिलते रहेंगे।
4. अगर आप रिटायर होते है चार साल बाद तो आपको सेवा निधि पेकेज दिया जाएगा। जिसमे 30 परसेंट का योगदान खुद अग्निवीर करेंगे यानी की अग्निवीर को सैलरी से 30 परसेंट कटकर और बाकी 30 परसेंट सरकार देगी। और इन दोनो धनराशि तो रिटायर के समय अग्निवीर को दिया जायेगा।
5. अतः ये 30 -30 परसेंट जोड़ने पर आपको कुल रिचर होने पर 11.7 लाख रुपए मिलेंगे।
6. इसके साथ ही आपको इस मिले हुए धनराशि पर सरकार किसी भी प्रकार के टैक्स वसूली नही करेगी। यानी की ये पैसा टैक्स फ्री रहेगा।
7. इसके साथ को अगर इन चार सालों में अग्निवीर को किसी प्रकार का डिसएबिलिटी (एक्सीडेंट के कारण) हो जाती है तो भारत सरकार इस स्थिति में 44 लाख रुपए को धनराशि देगी। और साथ ही उसके बचे हुए चार साल के जितने सैलरी और रिटायर वाली धनराशि भी देगी।
8. अगर अग्निवीर की किसी दुर्घटना से मौत हो जाती है तो भारत सरकार उस सैनिक के घर वालों को 1 करोड़ रुपए को धनिराषि और साथ ही जितने दिन का कार्यकाल बाकी है उतना दिन का सैलरी और रिटायर की जो धनराशि है वो भी देगी।

ये को ऊपर हमें जीतने भी बेनिफिट और रूल्स और एलिजिबिल्टी गिनाई है। ये सब शुरुआती में जब अग्निवीर योजना आया था यह है। लेकिन ज्यादा विरोध के बाद भारत सरकार ने इसमें कुछ बदलाव किए है। जिसको समझना बहुत जरूरी है।

अग्निवीर योजना में क्या क्या बड़े बदलाव किए गए:-

अग्निपथ योजना (agnipath yojana in Hindi) के भारी विरोध के बाद सरकार ने कुछ बदलाव भी किए है। और साथ में जो पब्लिक द्वारा कुछ अफवाह भी फैलाए जा रहे थे उसको भी सुधारा है। सरकार द्वारा कितने बदले और अग्निवीर बनाए के फायदे भी जो गिनाए है । उसको हम आपके साथ दुबारा गिना देते है।

  1. इसमें अब उम्र की सीमा बढ़ाकर 21 साल से 23 साल कर दी गई है। ये सबसे बड़ी बदले देखने को मिला है
  2. इसके साथ जब लोगों ने ये सवाल उठाया अग्निवीर आखिर चार साल बाद रिटायर होने पर उसका लाइफ एक प्रकार से बर्बाद हो जाएगा। इस बात पर सरकार ने कहा कि ऐसा बिल्कुल भी नही है। आने वाले वर्षों में अग्निवीरों के लिए और सारे अवसर मिलेंगे। और साथ में हर साल आने वाले वर्षों में सेलेक्ट हुए अग्निवीरो में से 25 % अग्निवीरों को परमानेंटली इंडियन आर्मी में कमीशन कर लिए जाएगा।
  3. इसके साथ बहुत सारी प्राइवेट कंपनियां जैसे की अडानी, अंबानी जैसे कंपनियों ने भी इस बात का ऐलान किया है कि अग्निवीरों के रिटायर के बाद वे लोग अपनी कंपनी में उन लोगों को अच्छे अच्छे पदों पर रख लेंगे। अगर आप सोच रहे है की क्या ये प्राइवेट कंपनी पहले भी किसी रिटायर पर्सन को रखा है तो हम आपको बता दे की रिलायंस कंपनी ने बहुत बार अपने मैनेजमेंट सेक्शन में ज्यादातर आर्मी ऑफिशियल्स को ही रखती है। क्योंकि ये आर्मी मैन अन्य आम आदमी के अपेक्षा ज्यादा डिसिप्लिन रहते है।
  4. कई लोग ये भी सवाल उठा रहे हैं को सरकार ने इस योजना (agnipath yojana in Hindi) को बनाने के पहले विभिन्न प्रकार के पूर्व आर्मी अधिकारियों से सलाह नहीं ली गई है। इस पर सरकार ने अपना स्पष्टीकरण दिया है की ये सब सफेद झूठ मात्र है। हमने इस योजना को बनाने के लिए 2 साल का समय लिए है । जब आर्मी में नई भर्ती नहीं आई है तब से हम लोग इस योजना पर कार्य कर रहे हैं। अतः हम इन दो सालों के दौरान अनेकों पूर्व आर्मी अधिकारों के सलाह पर ही बनाई है। और साथ ही इस प्रपोजल को मिलिट्री के अधिकारियों द्वारा ही उसे बनाया गया है।
  5. कुछ लोग इस बात को लेकर भी सवाल उठा रहे थे को इससे सशस्त्र सेनाओं की प्राथमिकता  या प्रभाविकता पर नुकसान पहुंचेगा। इस पर सरकार ने एक स्पष्टीकरण ये दिया है कि ऐसा नही है इस प्रकार का स्कीम आप बहुत सारे देशों जैसे रूस, इसराल, आदि देशों में देख सकते है।और साथ ही ये भी कहा गया है को यह जो अग्निवीर चुने जाएंगे यह पूरी इंडियन आर्मी का सिर्फ 3 % ही होंगे। जो कि काफी कम है। और इससे सशस्त्र सेना की प्रभाविकता काम नही होंगे।
  6. साथ ही में सरकार ने ये भी स्पष्टिकरण दिया है को अगर आपके मन में ये सवाल है की इन अग्निविरों को सेलेक्ट होते ही सीधे सीमा पर लड़ने भेज दिया जायेगा को ऐसा भी नहीं है। सरकार ने ये बताया है कि अग्निवीरों को पहले फील्ड में सीनियर की निगरानी में ड्यूटी करवाई जाएगी।
  7. कुछ लोग ये भी सवाल उठा रहे है की अग्निविरो की ट्रेनिग की अवधि काफी कम है जो को 6 माह है। तो इस पर सरकार ने ये कहा है को सरकार ने इतने दिनो के ट्रेनिंग के साथ इन अग्निवीरों को सीधे बॉर्डर पर लड़ने नही भेजेंगी।
  8. इसके साथ ही सरकार ने ये कहा है कि बहुत सारे देशों के अपेक्षा अग्निवीरों की आर्मी में सेवा की अवधि ज्यादा है। क्योंकि बहुत सारे देशी में इस प्रकार के योजना के द्वारा 12 महीने, 18 महीने, और 24 महीने के लिए ही लिया जाता है।
  9. इसके साथ ही जब लोगों ने ये सवाल उठाया की जब अग्निवीर रिटायर होगा तो वह देश के लिए खतरा भी बन सकता है। क्योंकि उसे रिटायरमेंट के बाद अगर कोई जॉब नहीं मिला तो वह खतरा बन सकता है। इस पर सरकार ने ये स्पष्टीकरण दिया है कि देश में अभी तक जितने भी आर्मी के वर्दी पहनी है वह अभी तक किसी भी टेररिज्म में शामिल नहीं हुए है। क्योंकि वो लोग जो वर्दी पहने ली है। और ट्रेनिंग ले ली है वह अपने देश के प्रति पूरी तत्परता के साथ काम करेंगे। चाहे वो रिटायर हो या ऑन ड्यूटी हो। अभी तक जितने भी आर्मी ऑफिसर रिटायर हुए है। ये रिकॉर्ड है कि इस तरह को एक्टिविटी में शामिल नहीं हुए हैं। सरकार ने ये भी कहा है को इस तरह के सवाल उठाकर आर्मी की विश्वशनीयता पर सवाल नही उठाया जाना चाइए।
  10. कुछ लोगों ने ये भी सवाल उठाया है कि इस योजना से रेजिमेंटल सिस्टम पर असर पड़ेगा। इस पर सरकार ने ये कहा है कि रेजिमेंटल सिस्टम में इससे कोई चेंजिंग नही किया जाएगा। जो पहले से चला आ रहा है वही सिस्टम चलेगा। अतः इससे रेजिमेंटल बॉन्डिंग पर कोई असर नहीं पड़ेगा। चुकी इन अग्निवीरों में से 25 परसेंट बेस्ट अग्निवीरों को कमीशन किया जाएगा जिससे इन आर्मी मैन को जब रेजिमेंट के डाला जायेगा तो रेजिमेंट और ज्यादा मजबूती से आपके सामने आएगा।
  11. इसके साथ ही लोगों ने जब सवाल उठाया की 21 साल का अग्निवीर परमानेंट रूप से कमीशन होगा तो वह अभी 21 साल में  बहुत ही एमेच्योर होगा। इस पर सरकार ने ये कहा है को दुनिया की लगभग सभी देशी को आर्मी युवा सेना पर ही निर्भर करती है। और ऐसा बिल्कुल नही है की इन युवा सैनिक को अकेले कही किसी कठिन कार्य के लिए भेजा जाएगा। ऐसे सैनिकों को 50 परसेंट सीनियर के साथ साथ भेजा जाएगा।