AC मोटर के बॉडी में कुलिंग स्ट्रिप होती है जबकि DC मोटर में नहीं

परिचय :- 

दोस्तों अपने AC मोटर और DC मोटर तो देखा ही होगा। अगर आपने देखा होगा तो अपने नोटिस किया होगा कि एसी मोटर का बाहरी डिजाइन में उसके सर्फेस पर स्ट्रिप जैसे संरचना होती है । जबकि DC मोटर का बाहरी सर्फेस एकदम प्लेन होता हैं। ऐसा क्यों होता है इसी के बारे में इस पोस्ट में डिस्कस करेंगे।

एसी मोटर और DC मोटर की बाहरी संरचना:-

आप नीचे एक एसी मोटर की संरचना देख सकते है। इसमें आपको मोटर के सर्फेस पर स्ट्रिप टाइप का संरचना बना हुआ दिख रहा है। आप इस संरचना से भी आसानी से पता लगा सकते है को ये मोटर एसी मोटर है। अगर ये स्ट्रिप नही रहे और प्लेन संरचना रहे तो आपको समझना चाइए की यह एक डीसी मोटर मोटर है।

AC मोटर के बॉडी में कुलिंग स्ट्रिप

ये को स्ट्रिप बनी होती है बेसिकली ये स्ट्रिप मोटर में कूलिंग का काम करती है। यह मोटर के चलते समय हिट होने पर उस हिट को ग्रहण कर लेती है। और उसे स्ट्रिप के जरिए बाहर कर देती है। जिससे मोटर ठंडी हो जाती है।

लेकिन सवाल यह आता है कि तो यह स्ट्रिप DC मोटर पर क्यों नहीं होती है। क्या डीसी मोटर हिट नहीं होती है। तो आइए इन्ही सब सवालों का जवाब जानते हैं।

AC मोटर के बॉडी में कुलिंग स्ट्रिप

AC supply  और डीसी सप्लाई में अंतर :-

इस सवाल का जवाब अच्छे से समझने के लिए पहले हम ये समझते हैं कि एसी और डीसी सप्लाई में मुख्य रूप क्या अंतर होता हैं। तो एसी जिसका फुल फॉर्म अल्टरनेटिंग करेंट है। इसका मतलब है कि ऐसा करेंट जिसका वेव फॉर्म ऑल्टरनेट क्रम में बदलता रहे । उस सप्लाई को एसी सप्लाई कहते है। आप एसी सप्लाई की वेव फॉर्म को नीचे देख सकते है।

जबकि वही अगर DC supply कि अगर बात करें तो इसमें करेंट का वेव फॉर्म एक सीधी लाइन होती है। जो को आपको चित्र में दिख रहा होगा।

अब जब यह एसी सप्लाई किसी मोटर में दी जाती है तो इस बदलती हुई करेंट के कारण मोटर में जी मैग्नेटिक फील्ड बनेगा वह भी उसी frequency से बदलेगा जिस फ्रीक्वेंसी से आपका एसी सप्लाई का करेंट बदल रहा है। अब इस चेंजिंग मैग्नेटिक फील्ड के कारण मोटर के फील्ड वाइंडिंग में eddy current लॉस होगा।  जिसके कारण मोटर को बॉडी ज्यादा हिट होती है। और इस हिट को कम करने के लिए हम लोग एसी मोटर में बाहरी संरचना में स्ट्रिप की संरचना बना देते है। जिससे मोटर जल्दी ठंडी हो जाती है।

अब चुकी अगर डीसी मोटर को बात करे तो डीसी मोटर में डीसी सप्लाई देते है। जो कि एक डायरेक्ट करंट होता है। इसमें किसी प्रकार का फ्लक्चुएशन नही होता है। अगर हम कहे तो डीसी सप्लाई में फ्रीक्वेंसी जीरो होती है। अतः फ्रीक्वेंसी न होने के करना यह मोटर में बदलने वाले मैग्नेटिक फील्ड पैदा नही करती है। जिससे eddy current पैदा नही होती है।  और eddy current loss नही होता है।

अतः डीसी मोटर में eddy current loss ना होने के कारण मोटर हिट नहीं होती है। अगर मोटर हिट होती भी है तो ज्यादा लोड पड़ने के कारण मोटर में कॉपर लॉस यह कॉपर फील्ड वाइंडिंग लॉस बढ़ जाता है। जिसको हम लोड काम करके सुधार सकते है। यही कारण है कि डीसी मोटर में स्ट्रिप नही लगाई जाती है। अतः हम कह सकते हैं को डीसी मोटर काम हिट होती है एसी मोटर को अपेक्षा।

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