भारत बनाने वाला है अपना खुद app store: जानिए क्या है इसकी असली बजह

दोस्तों जैसा की हम सब जानते है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोक तांत्रिक देश है। और हम दुनिया में सबसे ज्यादा इंटरनेट और डाटा यूज करने में सबसे आगे है।

इंटरनेट और डाटा का इतना बड़ा उपभोक्ता होने के बावजूद हम किसी और देश के कंपनी पर निर्भर रहते हैं और जब हम किसी और पर पूर्णतः निर्भर हो जाते हैं तो वह हमारा फायदा उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ता है। यह एक फैक्ट है। और यही हाल हमारे साथ हो रहा है। हम पूरी तरह से इंटरनेट और डिजिटल लाइफ को लेकर अमेरिकन कंपनी गूगल पर निर्भर रहते हैं। और गूगल भी समझ चुका है कि हम पूरी तरह से उन पे ही निर्भर है। अतः अब वह हमसे मनचाहा पैसा कमाना चाहता है। अभी कुछ दिन पहले गूगल के तरफ से एक न्यूज आया कि गूगल अगले साल सितंबर 2021 में In app purchases के कॉटेगोरी वाले एप्लिकेशन पर 30% का कमिशन लेगी। इसका मतलब है कि google play store पर जितने भी ‘In app purchases’ के एप्लिकेशन हैं उसक जरिए कोई भी उत्पाद सेल होगा उस पर गूगल 30% का कमिशन लेगी। ये 30% कमिशन जो कि बहुत ज्यादा है।

अतः इस न्यूज के रेस्पॉन्स में भारत ने भी अब अपना खुद का ऐप स्टोर बनाने की सोचने लगा है। जो लोगोंको इस दुविधा से बाहर निकाल सकता है। क्योंकि हम अब किसी दूसरे पर पूरी तरह से निर्भर नहीं रह सकते है। अतः सरकार इस पर सोचना शुरू कर दिया है।

भारत में एंड्रॉयड का मार्केट:-

अगर हम भारत में गूगल के एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रयोग की बात करें तो भारत के 90%- 95% लोग एंड्रॉयड के स्मार्ट फोन प्रयोग करते हैं। और अगर इतने सारे स्मार्ट फोन इस्तेमाल होते हैं तो इसमें आप अगर कोई aap डाउनलोड करते हैं। तो उसे आप play store पर जाकर ही डाउनलोड करते हैं। तो इस हिसाब से गूगल अगर प्रत्येक In app purchases वाले ऐप से प्रत्येक खरीददारी पर 30% का कमिशन लेती है तो आप अंदाजा लगा सकते है कि google कितना कमा सकती है। और ये कोई तानाशाही से कम नहीं लग रहा है। Google हमारे साथ मनमानी कर रहा है। ये इस बात से पता चलता है कि ज्यादातर कंपनियों के द्वारा अगर कोई कमिशन लिया जाता है तो वह पहले बहुत काम कमिशन लेती है जैसे 5% पहले लेगी उसके बात 10% लेगी और ऐसे धीरे धीरे अपना कमिशन बढ़ाएगी। लेकिन गूगल ने सीधे 30% का कमिशन लगा दिया, जिससे पता चलता है कि google हमारे साथ मनमानी कर रहा है। क्योंकि गूगल भी ये बात जनता है कि हम लोग पूरी तरह उसी पे निर्भर है। और अगर हम जितना मांगेगे उतना ग्राहक को मजबूरी में देना पड़ेगा।

Play store पर ‘In app purchases’ क्या है:-

जब आप कोई भी app डाउनलोड करते है जैसे कि आप कोई एक्शन game वाला ऐप डाउनलोड किया है तो उसमे आपको अपने character को और मजबूत बनाए के लिए उस ऐप में बहुत सारे बूस्टर होते है जो आपके character को और ज्यादा मजबूत बनते हैं। तो ये बूस्टर पैसे से खरीदे जाते है। तो इस प्रकार का खरीददारी जो ऐप के अंदर खरीदे जा रहे हैं उस in app purchases कहते है। अगर आप कोई मान लीजिए ऐप डाउनलोड किया है जिसमें आपको प्रीमियम सुबिधा के लिए आपको पैसा पे करना पड़ता है । तो ये ऐप in app purchases के कोटेगोरी में आता है। और इस प्रकार के ऐप play sotre पर लगभग सब है। बस कुछ ऐप free में सर्विस देते हैं।

Google द्वारा 30% कमिशन लगने पर नुकसान क्या होंगे:-

इस 30% कमिशन से ज्यादातर नुकसान ऐप डेवलपर को होगा । ये भी हो सकता है कि ऐप डेवलपर ये नुक़सान अपने ग्राहकों पर थोप दे । जब ऐप डेवलपर को पूरा पैसा नहीं मिलेगा तो वो अपने ऐप के अपग्रेडेशन को धीमा कर देगा। और ऐप में सुधार होने मुश्किल हो जाएगा। कोई भी काम आप तन करते है जब आपको उसमे ज्यादा फाएगा दिखे। और आप उस काम को में से करते है। लेकिन जब ऐप डेवलपर को पैसा कम मिलेगा तो वो आप को अपग्रेड नहीं कर पाएंगे।

भारत का अपना ऐप स्टोर से क्या फायदा होगा:-

  1. पहली बात तो हमारी आत्मनिर्भर भारत वाला सपना को सच होता दिखाई देगा।
  2. हम गूगल के द्वारा इस प्रकार की मनमानी नहीं कर पाएगा।
  3. हम अपने स्वनिर्मित ऐप को ज्यादा से ज्यादा प्रोमोट भी कर सकते हैं।

भारत निर्मित ऐप स्टोर के लिए सबसे बड़ा चैलेंज है इसकी लागत, ऐप स्टोर की विश्वशनीयता और यूजर experience आदि।

इसके लिए भारत को कई मिलियन डॉलर खर्च करने पड़ेंगे। जिसके लिए उस अकेले करना मुमकिन नहीं है। अतः इसके लिए सरकार बहुत सारी अन्य कंपनियों के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम करने का विचार बना रही है।

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