वोल्टेज के बढ़ने पर करंट का मान बढ़ता है या घटता है ?

परिचय:

कई बार ऐसा होता है की हम लोगो से ऐसा सवाल पूछा जाता है कि हम लोग कन्फ्यूज हो जाते है। जैसे कि अगर आपसे पूछा जाए कि वोल्टेज के बढ़ने पर क्या करेंट का मान बढ़ेगा या कम होगा। अतः आज के इस पोस्ट में हम इसी कंफ्यूजन को दूर करेंगे।

वोल्टेज के बढ़ने पर करेंट का मान बढ़ेगा या कम होगा?

अगर हम ohm’s law की बात करें तो आपको ध्यान होगा की ओह्म लॉ के अनुसार V = IR होता है। जिसमे आप देखेंगे तो आपको वोल्टेज करेंट के समानुपति है। इसका मतलब की अगर हम वोल्टेज बढ़ाएंगे तो करेंट का मान भी बढ़ेगा।

 वोल्टेज के बढ़ने पर करंट का मान
प्रतीकात्मक चित्र

ट्रांसफार्मर को चार्ज क्यों करते हैं?: इंटरव्यू सवाल

ट्रांसमिशन लाइन या डिस्ट्रीब्यूशन लाइन में:

लेकिन अगर हम ट्रांसमिशन लाइन देखेंगे या किसी डिस्ट्रीब्यूशन लाइन में देखेंगे तो जब हमारा वोल्टेज बढ़ता है तो करेंट का मान घट जाता है। लेकिन जब हमारा करेंट बढ़ता है वोल्टेज कम हो जाता है।

उदाहरण के लिए मान लीजिए को एक लोड है जो 3 फेज पर और 415 वोल्ट की सप्लाई पर चल रहा है। इस लोड की पावर 100 kw हैं। अतः यह सप्लाई किसी ट्रांसफार्मर से ही मिल रहा होगा। और चुकी यह सप्लाई वोल्टेज 415 वोल्ट डायरेक्ट alternator से तो नही आ रही है। क्योंकि alternator तो सबस्टेशन पर 11kv का वोल्टेज पावर पैदा करता है। अतः इस स्थिति में हम बीच में स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर लगाकर वोल्टेज को कम कर लेते है।

1 एंपियर में कितने वाट पॉवर होते हैं?: इंटरव्यू सवाल

अब इस स्थिति में देखेंगे तो जो लोड लगा है। इस लोड के कारण करंट का मान होगा। I = P/V एम्पियर होगा। ये सूत्र  नॉर्मल सूत्र है ताकि हम एक राउंड फिगर में करेंट का आम निकल सके। अन्यथा थ्री फेज एसी सप्लाई के  लिए हम पावर का सूत्र में पावर फैक्टर के साथ, √3 का भी गुना करते हैं।

अतः इस स्थिति में हमारा सूत्र में सारा वैल्यू रखेंगे तो हमे करेंट का मान I = 240A एम्पियर (लगभग) आएगा। अब ट्रांसफार्मर के दूसरी ओर आपको 415 वोल्ट है तो करेंट 240A एम्पियर है।

लेकिन वही अगर आप ट्रांसफार्मर के प्राइमरी वाइंडिंग के तरफ वोल्टेज के मान 11kv है। अब चुकी ट्रांसफार्मर के प्राइमरी और सेकेंडरी साइड दोनो तरफ तो पावर का मान समान रहेगा। अतः इस स्थिति में अगर करेंट का मान निकालेंगे तो आपको प्राइमरी साइड में करेंट का मान I = 9.09A एम्पियर (लगभग) आएगा। अतः इस स्थिति में आप देख रहे है को जिस ओर वोल्टेज का मान ज्यादा है करेंट का मान काम है और जिस ओर वोल्टेज का मान काम है तो करेंट का मान ज्यादा है।

Explanation:

अब इन दोनो स्थितियों में आपने देखा की वोल्टेज और करेंट के बढ़ने घटने की स्थिति अलग अलग है। अतः हमे इसमें कुछ मुख्य बातों को ध्यान देना होगा।

  1. Ohm’s law के केस (V = IR) में हमे देखा कि अगर रेजिस्टेंस का मान समान (नियत) है तो हमारा वोल्टेज का मान बढ़ने पर करेंट का मान बढ़ेगा।
  2. 2. दूसरी स्थिति में अगर हम देखे तो इसमें हम कोई रेजिस्टेंस की बात ही नही कर रहे हैं। इसमें हम ये देख रहे है की अगर पावर का मान समान है तो हमारा वोल्टेज का मान बढ़ने पर करेंट का मान बढ़ेगा। जैसे की उदाहरण में हमने देखा की लाइन केवल 100kW का ही लोड जुड़ा है। जो को जेनरेशन स्टेशन पर भी उतना ही लोड होगा। अतः इस स्थिति में हमारा वोल्टेज का मान अगर बढ़ेगा तो करेंट का मान घटेगा।

Conclusion:

अगर हम से यह कोई सवाल पूछे कि वोल्टेज से बढ़ने पर करंट का मान बढ़ेगा या घटेगा तो हमें यह आगे वाले को एक्सप्लेन करना होगा कि यहां पर हमें 2 नियम काम करते हैं।  पहला अगर किसी सर्किट में पावर कांस्टेंट है, तो वोल्टेज के बढ़ने पर करंट का मान घटेगा और वोल्टेज के कम होने पर करेंट का मान बढ़ेगा।  और दूसरा स्थिति यह है कि अगर हम ohm’s law के अनुसार उस कंडक्टर की रेजिस्टेंस का मान समान रहेगा। तब वोल्टेज के बढ़ने पर करंट  का मान बढ़ेगा और वोल्टेज करंट घटेगा।

Leave a comment