प्लग के दोनों टर्मिनल में कट/स्प्लिट्स क्यों लगा होता है?

परिचय:-

दोस्तों आपने अपने घरों में use होने वाले प्लग तो देखें ही होंगे। तो आप ये जरूर देखें होंगे कि प्लग के दोनो टर्मिनल में एक कट (प्लग के दोनों टर्मिनल में कट/स्प्लिट्स) लगा होता है। ऐसा क्यों होता है। आज के इस पोस्ट के समझेंगे।

प्लग के टर्मिनल में कट लगना :

दोस्तों अगर आपने ध्यान दिया होगा तो आपने ये भी ध्यान दिया होगा की ये कट सभी प्रकार के टर्मिनल में नहीं लगे होते हैं। किसी किसी में लगे होते है और किसी में नहीं लगे होते है। जैसे की मान लीजिए की आपका मोबाइल चार्जर है। उसके प्लग टर्मिनल में आपको बीच में से कट लगा हुआ नही देखे होगे।

VFD लगाने के फायेदे और नुकसान बताईये?

लेकिन वही अगर आप मार्केट से male – female के नाम से बिकने वाली प्लग खरीदोगे । तो आपको उसके male वाला प्लग के टर्मिनल में कट लगा हुआ देखेगा। और हम उसी प्लग की बात कर रहे हैं।

हम आपको बता दें की ये कट सिर्फ उसी टर्मिनल में लगा होता है जिस प्लग का टर्मिनल ब्रॉस मेटल का बना होता हैं। यदि आप ध्यान देंगे तो पता चलेगा कि आप जिस प्लग में कट या स्प्लिट्स को देखते हैं। उस प्लग का मैटेरियल ब्रॉस यानी पीतल का बना होता है। और जिस प्लग में कट नही लगे होते है। वह प्लग या तो स्टील या एल्यूमिनम मेटल का होता है। लेकिन फिर यह सवाल है कि आखिर पीतल के बने प्लग में कट क्यों होता है।

ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि पीतल का प्रसार करने की क्षमता अन्य मेटाप से ज्यादा होती हैं मतलब की यदि पीतल को ज्यादा हिट मिलेगा तो वह अन्य मेटल के अपेक्षा ज्यादा फैलता है।

जिससे की जब ज्यादा लोड के कारण प्लग के पास ज्यादा हिट बनता है तो यह प्लग का मेटल फैलता है। जिसे की अगर हम उसके मेटल के बीच में कट नही लगाएंगे। तो वह सॉकेट में फंस सकता हैं। लेकिन वही अन्य मेटल के बने प्लग में हिट के कारण प्रसार कम यानी की ना के बराबर होता है।

Leave a comment