पॉवर फैक्टर सुधारने के लिए प्रयोग होने वाले उपकरण

परिचय:-

यदि आप पावर फैक्टर के बारे में पढ़ा होगा तो आपने ध्यान दिया होगा कि पावर फैक्टर खराब होने पर हमारे घरों का पावर खर्च सामान्य से बढ़ जाता है। जबकि आप उतना ही लोड लगाए है जितना आप पहले से लगाए थे। जिससे हमारा बिजीली का बिल बढ़ जाता है। अतः उसको सुधारने के लिए हम कुछ डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं।

पावर फैक्टर सुधारने के लिए यूज होने वाले डिवाइस:-

पावर फैक्टर को सुधारने के लिए हम मुख्य रूप से दो डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं।

  1. कैपेसिटर (capacitor)
  2. सिंक्रोनस मोटर (Synchronous motor)

कैपेसिटर (capacitor):-

इसे हम हिंदी के संधारित्र कहते हैं। यह कैपेसिटर सप्लाई को समांतर क्रम में लगाया जाता है। जिससे यह पूरे सप्लाई में जो inductive load के कारण जो रिएक्टिव पावर को डिमांड थी इसको पूरा करता है।

पॉवर फैक्टर सुधार उपकरण
Capacitor

जैसा सिर्फ एक्टिव पावर ही सप्लाई को देनी पड़ती है। और परिणामस्वरूप हमारा पावर फैक्टर सुधर जाता है। इसको और आसानी से समझने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के पढ़ सकते हैं।

Capacitor in Hindi | संधारित्र क्या है, इसके प्रकारऔर उपयोग

इसलिए तो एक pure कैपेसिटर सर्किट के केस में पावर फैक्टर लीडिंग होता है। क्योंकि कैपेसिटर सप्लाई से रिएक्टिव पावर ना लेकर उल्टा यह सप्लाई में रिएक्टिव पावर देता हैं। अतः इस स्थिति में कैपेसिटिव रिएक्टेंस नेगेटिव होता है।

स्टेटिक कैपेसिटर के लाभ :-

एक कैपेसिटर को पावर फैक्टर सुधारने के लिए प्रयोग किया जाता है तो इसके निम्न लाभ होते है।

• यह सस्ता होता है।
• इसमें मेंटेनेंस की जरूरत नहीं पड़ती है।
• इसका ऑपरेशन noisless होता है।
• इसमें कोई एक्टिव पावर हानि नहीं होती है।

स्टेटिक कैपेसिटर के हानि:-

• इसका जीवन काल छोटा होता है।
• यह खराब होने के बाद मेंटेनेंस नही किया जाता है इसको बदलना ही पड़ता है।
• इससे पावर फैक्टर को सही तरीके से कंट्रोल नही कर सकते है।

Synchronous motor:-

Synchronous motor को भी हम पावर फैक्टर सुधारने के लिए इस्तेमाल करते हैं। सिंक्रोनस मोटर को जब हम पावर फैक्टर सुधारने के लिए इस्तेमाल करते हैं तो ऐसी स्थिति में मोटर को no load पर ओवर एक्साइटेड करके चलाया जाता है। सिंक्रोनस मोटर की ऐसी स्थिति में चलने से ही इसको सिंक्रोनस कंडेंसर भी कहा जाता है।

Synchronous motor in Hindi | सिंक्रोनस मोटर का उपयोग कैसे करते हैं

जब इस मोटर को हम no load पर ओवर एक्साइटेड करके चलाया जाता है। तो यह मोटर रिएक्टिव पावर देता है। जो को हमारे सप्लाई में रिएक्टिव पावर की डिमांड को पूरा करता है। जिससे पावर फैक्टर सुधर जाता है। यह सिंक्रोनस मोटर सबस्टेशन पर इस्तेमाल किया जाता है।

सिंक्रोनस कंडेंसर के लाभ:-

  • इसका जीवन काल अधिक होता है।
  • यह जब 500 KVA के ऊपर के सब स्टेशन पर प्रयोग होता है तो यह अपेक्षाकृत इकोनॉमिकल होता है।
  • यह मेंटेनेंस करने योग्य होता है।
  • इसका रिएक्टिव पावर डिलीवर करने की क्षमता को आवश्यकतानुसार एक्सिटेशन को कंट्रोल करके घटा और बढ़ा सकते है।

सिंक्रोनस कंडेंसर के हानि:-

  • इसकी लागत हाई होती है।
  • यह सिंगल फेज सप्लाई के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता है।
  • इसमें एक्टिव पावर लॉस भी बढ़ता है क्योंकि इसमें रोटेटिंग पार्ट होता है।
  • इसका ऑपरेशन शोर (noise) वाला होता है।
  • इसमें मेंटेनेस कॉस्ट उच्च होता है। क्योंकि इसमें रोटेटिंग पार्ट होता है। तो ज्यादा मेंटेनेंस की जरूरत होती है।
  • इसका इंस्टालेशन कैपेसिटर की तरह आसान नहीं होता है। इसके लिए उचित जगह और फाउंडेशन बनानी पड़ती है।
  • यह अपेक्षाकृत जगह भी अधिक घेरता है।

नोट:-

  • Phase एडवांसर को भी सिंक्रोनस कंडेंसर कहते हैं।
  • कैपेसिटर को सप्लाई में सीरीज में लगाने पर फॉल्ट लेवल को इंप्रूव करता है। थोड़ा बहुत पावर फैक्टर भी सुधरता है।

सप्लाई में पावर फैक्टर सुधारने वाले उपकरणों का लोकेशन :-

यदि हम सप्लाई में पावर फैक्टर सुधारने के लिए स्टेटिक कैपेसिटर या सिंक्रोनस कंडेंसर का इस्तेमाल करते हैं तो हमें यह उचित जगह पर इस्तेमाल करना चाइए। नही तो यह पावर फैक्टर सुधर नहीं सकता है। अतः इस उपकरण को सप्लाई में लोड के पास लगाते है। ना कि पावर सोर्स के पास में।

यदि हम पावर सोर्स के पास में लगाते हैं तो हमारा उतना ही पावर लॉस होगा, जितना पहले हुआ करता था। लेकिन यदि हम लोड के पास में लगाएंगे तो यह उपकरण लोड के रिएक्टिव पावर की डिमांड को पूरा कर देता है। जिससे मशीन काम करेंट करंट लेती है।

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