क्या O नेगेटिव ब्लड ग्रुप वाले को इलेक्ट्रिक शॉक नही लगता है?

परिचय:

कई बार आपने किसी कई न्यूज चैनल पर अपने देखा होगा की ये दिखाते है की कई लोग है जो इलेक्ट्रिक के लाइव वायर को अपने हाथ से छूते है और उसे इलेक्ट्रिक शॉक नही लगता है। और इसके संदर्भ में लोग कहते है की जिस व्यक्ति का ब्लड ग्रुप O नेगेटिव है उसे शॉक नही लगता है। तो आज के इस पोस्ट के माध्यम से यही हम समझेंगे की क्या ये सही है कुछ लोगों को करेंट नही लगता है।

क्या O नेगेटिव ब्लड ग्रुप वाले को इलेक्ट्रिक शॉक नही लगता है?:

अगर हम एक लाइन में बोले तो ऐसा बिल्कुल भी नही है कि O नेगेटिव ब्लड ग्रुप वाले को इलेक्ट्रिक शॉक नही लगता है। इस पृथ्वी पर प्रत्येक जीव को इलेक्ट्रिक शॉक लग सकता है। क्योंकि इस पृथ्वी पर प्रत्येक जीव ने शरीर के निर्माण में 70 % पानी के साथ अन्य प्रकार के तत्वों जैसे मैग्नीशियम, कार्बन, ऑक्सीजन, आदि से हुआ है। और प्रत्येक तत्वों के मिलने से हमारा शरीर इलेक्ट्रिक चार्ज को फ्लो करने के लिए पर्याप्त होता है। शरीर में इलेक्ट्रिक चार्ज के फ्लो होने के पीछे, ब्लड ग्रुप से कोई मतलब नहीं होता है।

MCB के प्रकार और कौन सा MCB कहाँ लगेगा?: इंटरव्यू सवाल

एक बार के लिए सोचिए की अगर O नेगेटिव वाले व्यक्ति के शरीर में इलेक्ट्रिक करंट फ्लो नहीं करेगी तो इसका मतलब की वह टच स्क्रीन का मोबाइल भी नहीं चला सकता है। क्योंकि आपका टच स्क्रीन मोबाइल आपके स्किन के इलेक्ट्रिक चार्ज फ्लो होने के कंपेटिबल होता है तभी टच काम करता है। ज्यादातर टच स्क्रीन कैपेसिटिव टाइप के स्क्रीन होते हैं। तो जाहिर से बात है इसमें स्किन का इलेक्ट्रिकल कंडक्टिव होने जरूरी है।

न्यूज चैनल वाले ऐसा क्यों दिखाते हैं?:

एक्चुअली होता क्या ये जितने भी न्यूज चैनल वाले है ये सब एक पब्लिसिटी स्टंट करते हैं। जिसमे अपने चैनल की टीआरपी को बढ़ाने के लिए किसी भी fake news को ब्रॉडकास्ट कर देते हैं। लेकिन अगर आप इस पूरे वीडियो को देखेंगे तो आपको लास्ट तक कोई कंक्लूजन या क्यों नही इलेक्ट्रिक शॉक लगता है? ये सब नही बताते हैं। जो भी चैनल इस तरह की fake news चलाते है उसको चलाने से पहले किसी भी प्रेस का क्रॉस चेक नही करते है। वो बस अपने चैनल को ट्रेडिंग में रखने के लिए ऐसा करते है।

अगर आप पहले से ही न्यूज़ चैनल से अवेयर है तो आपने ध्यान दिया होगा कि जब केंद्र सरकार ने मोनेटाइजेशन मोनेटाइजेशन किया था उस वक्त जब नए 2000 के नोट निकले थे तो कुछ चैनल वाले ने यह क्लेम करना शुरू कर दिया था, कि यह 2000 के नोट में इलेक्ट्रॉनिक चिप लगा है जिसकी सहायता से सरकार इस नोट को आसानी से ट्रेक कर सकती है। ताकि इस नोट को काले धन के रूप में इकट्ठा करने वाले के ऊपर नकेल कसा जा सके।

अब आप इस आधार पर यह अंदाजा लगा सकते हैं कि बड़े-बड़े न्यूज़ चैनल जब इस प्रकार की न्यूज़ दिखा सकते हैं तो यह फेक इलेक्ट्रिक शॉक न लगने वाला न्यूज़ तो एक आम बात है।

Leave a comment