इंडस्ट्री में प्रयोग होने वाले पैनल कौन कौन से है?

परिचय:-

आज के इस पोस्ट के द्वारा हम इंडस्ट्रियों में प्रयोग होने वाले विभिन्न प्रकार के पैनल के बारे में डिस्कस करेंगे। और प्रत्येक पैनल के प्रयोग और उसे इंडस्ट्री में किन किन नामों से बुलाया जाता है ये भी जानेंगे।

पैनल का उपयोग क्यों किया जाता है?:

दोस्तों यदि हम सोचे कि ये पैनल इंडस्ट्री में उपयोग क्यों किया जाता है। तो इस पैनल के द्वारा इंडस्ट्री में पावर का डिस्ट्रीब्यूशन और पैनल उसके द्वारा पावर का मैनेजमेंट किया जाता है।

इंडस्ट्री में प्रयोग होने वाले पैनल
प्रतीकात्मक चित्र : wikimedia commons

इसके साथ ही पूरे इंडस्ट्री में कही भी किसी भी प्रकार का फॉल्ट आने पर इस पैनल के द्वारा हम उसे फाइंड आउट कर के उसका मेंटेनेंस आसानी से कर सकते है। और साथ ही में पैनल लगने वाले बहुत से प्रकार के प्रोटेक्शन डिवाइस के वजह से हम किसी भी फॉल्ट को आने से पूर्व ही प्रीवेंट कर सकते है।

पैनल के द्वारा ही हम अलग अलग हिस्से की पावर सप्लाई को उसके पावर खर्च के हिसाब से अलग अलग बाट सकते है। ताकि हमे प्रत्येक हिस्से का पावर खर्च और उसका रिकॉर्ड इकठ्ठा किया जा सके। इसके साथ ही हम जरूरत पड़ने पर किसी भी सेक्शन के पावर को cut off और स्विच ऑन कर सकते है। जिससे हमारा पावर की बचत भी होती है। अतः इंडस्ट्री में पैनल को लगाना बहुत ही आवश्यक होता है।

इंडस्ट्री में प्रयोग होने वाले इलेक्ट्रिकल पैनल:

दोस्तों अलग-अलग इंडस्ट्री में आवश्यकतानुसार अलग-अलग प्रकार के पैनल इस्तेमाल किए जाते हैं। जिसमें बहुत से प्रकार के होते हैं। इनमें से कुछ इस प्रकार के पैनल हैं।

  • HT panel
  • LT panel
  • MCC panel
  • MDB panel
  • APFC panel
  • Hormonic panel
  • AMF panel
  • Synchronous panel
  • DG panel
  • Change over switch panel
  • LDB panel
  • SLDB panel
  • ELDB panel

HT panel:

दोस्तों HT panel का मतलब है हाई टेंशन पैनल मतलब की इस पैनल में हाई वोल्टेज या हाई टेंशन की सप्लाई दी जाती है। हाई टेंशन का मतलब ही जैसे 11 kv की लाइन अगर सीधे इंडस्ट्री में आ रही है तो इसका मतलब है की इंडस्ट्री में वह सप्लाई सबसे पहले HT panel में आएगा।

उसके बात वह सप्लाई एक स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर में जाएगा। और उसके बाद ट्रांसफार्मर के आउट से फिर यह LT panel में जाएगा। कुछ इसी प्रकार की व्यवस्था होती है।

अगर हमे इंडस्ट्री में ऐसी कोई उपकरण है जिसको हमे हाई वोल्टेज पर ही चलानी है। तभी हम इंडस्ट्री में सीधे एचटी सप्लाई देते है। अतः इस स्थित में हम उस उपकरण को 11 kv की लाइन सीधे HT panel से दे देते है।

अगर उस हाई टेंशन लोड के कारण सप्लाई की पावर फैक्टर ज्यादा लैगिंग होता है तो इस स्थिति में हम HT capacitor panel का इस्तेमाल करते हैं। ताकि उस लोड के कारण खराब हुआ पावर फैक्टर सुधर जाए।

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LT panel:

दोस्तों, LT panel industry का सबसे महत्वपूर्ण पैनल माना जाता है। और यह पैनल लगभग सभी प्रकार के इंडस्ट्री में देखने को मिलता है।

क्योंकि लगभग सभी इंडस्ट्री में हमे लो टेंशन के पावर की जरूरत पड़ती है। क्योंकि इंडस्ट्री का लगभग 80-90 % उपकरण 3 फेज के लो वोल्टेज पर चलें वाली होती हैं। अतः यह LT panel सभी इंडस्ट्री में हमे देखने को मिलती है।

इसे किसी किसी इंडस्ट्री में Main LT panel के नाम से भी बुलाते है। क्योंकि यही पैनल पूरे इंडस्ट्री के सप्लाई को पहुंचाने के काम करती है।

इसको किसी किसी इंडस्ट्री में PCC पैनल यानी की पावर कंट्रोल सेंटर पैनल भी कहा जाता है। क्योंकि यही से पूरे पावर को कंट्रोल किया जाता है। यह पैनल HT panel के बाद लगाया जाता है।

इसी LT panel पर हम बहुत सारे प्रकार से प्रोटेक्शन डिवाइस को लगा हुआ देख सकते हैं।

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MCC panel :

MCC का फुल फॉर्म Motor control centre होता है। जैसे की नाम से ही पता चल रहा होगा की यह पैनल इंडस्ट्रियों में लगने वाले बहुत से प्रकार के मोटर को कंट्रोल करने के लिए लगाया जाता है। इस पैनल का कनेक्शन LT panel से किया जाता है। मतलब की सप्लाई पहले एलटी पैनल में जाएगी और उसके MCC पैनल में जाएगी।

MDB पैनल या PDB पैनल या MPDB पैनल:

दोस्तों MDB का फुल फॉर्म मैन डिस्ट्रीब्यूशन बोर्ड है। यह PDB का फुल फॉर्म प्राइमरी डिस्ट्रीब्यूशन बोर्ड है। और MPDB का फुल फॉर्म मेन पावर डिस्ट्रीब्यूशन बोर्ड है।  ये सभी नाम एक ही है। क्योंकि एक ही पैनल को हम अलग अलग नाम से जाना जाता है।

चुकी दोस्तों हमने ऊपर के MCC panel के बारे में जाना की यह मोटर को कंट्रोल करने के लिए लगाया जाता है। अतः इंडस्ट्री में इसके अलावा भी बहुत सारे उपकरण होते हैं।

जैसे की क्रेन hoist, bahut सारे अलग अलग प्रकार के लाइट आदि को सप्लाई देने के लिए हम PDB panel का इस्तेमाल करते है। इसके लिए हम एक या एक से अधिक PDB पैनल का इस्तेमाल करते हैं। अतः इस केस में PDB -1 , PDB -2 करके नाम रख लेते हैं।

APFC पैनल:-

दोस्तों, इसने APFC का फुल फॉर्म automatic power factor controller है। इस पैनल द्वारा हम इंडस्ट्री का पावर फैक्टर को सुधारने के लिए लगाते हैं। ऐसे पैनल का उपयोग हम उन इंडस्ट्रीज में देखते हैं।

जहां पर लोड की प्रकृति इंडक्टिव हो। उदाहरण के तौर पर inductive furnaces जिस इंडस्ट्री में इस्तेमाल होता है। उस इंडस्ट्री के पावर फैक्टर बहुत खराब होता है। अतः उसको सुधारने के लिए हम APFC पैनल लगाते है।

Harmonic panel:

ऐसे इंडस्ट्री में जहां पर सप्लाई को हार्मोनिक गुण में विलक्षणता देखने को मिलती है उसमे हम हार्मिनिक पैनल का भी इस्तेमाल करते है। इंडस्ट्री में हार्मोनिक डिस्टर्शन उत्पन्न होने का मुख्य कारण यह होता है कि कभी कभी इंडस्ट्री के सप्लाई में बहुत ज्यादा लोड जुड़ जाता है।

जिसके कारण सप्लाई में हार्मॉनिक distortion उत्पन्न हो जाता है। जिस हार्मोनिक distortion के कारण हमारे उपकरण खराब हो सकते हैं। अतः इस समस्या को दूर करने के लिए हम harmonic filter panel या hormonic पैनल लगाते है।

AMF panel:

इसका फुल फॉर्म automatic main failure होता है। इस पैनल का उपयोग भी हम इंडस्ट्री में मैन सप्लाई के फेल होने की स्थिति में stnad by supply से पूरी इंडस्ट्री को जोड़ने के लिए किया जाता है। स्टैंड बाई सप्लाई के रूप में आप या तो डीजल जनरेटर ले सकते हैं। नही तो किसी और सब्सेशन से आने वाली सप्लाई को ले सकते हैं।

Synchronous panel in Hindi :

हम इंडस्ट्री में सिंक्रोनस पैनल का उपयोग हम इंडस्ट्री में आने वाली दो सप्लाई को एक साथ उसे करने के लिए उन्हें सिंक्रोनस करने का काम करता है।

DG panel:- बहुत सारे इंडस्ट्री के डीजी यानी की डीजल जनरेटर से सप्लाई देने के लिए हम डीजी पैनल का इस्तेमाल करते है।

Change over switch panel:

कई इंडस्ट्री में दो या दो अधिक सप्लाई को इस्तेमाल करते है। अतः ऐसे स्थिति में हम एक सप्लाई से दूसरे सप्लाई से लोड को कनेक्ट करने के लिए हम चेंज ओवर swtich पैनल का प्रयोग करते है। दिए की फायर फाइटर के पास इमरजेंसी में उसे करने के लिए एक चेंज ओवर स्विच का प्रयोग करते हैं। ताकि अपने खुद के generator के अलावा हम घटना स्थल पर मौजूद सप्लाई से भी पावर ले सके।

LDB पैनल :

इसका फुल फॉर्म light distribution board है। यह इंडस्ट्री में लाइटिंग व्यवस्था को सप्लाई देने के लिए प्रयोग किया जाता है।

SLDB पैनल :

यह पैनल इंडस्ट्री में सेकेंडरी लाइट की व्यवस्था के लिए प्रयोग किया जाता है। इसका फुल फॉर्म secondary light distribution board होता है।

ELDB पैनल:

यह इंडस्ट्री में आपातकालीन स्थिति में लाइटिंग की व्यवस्था करने के लिए लगाया गया पैनल होता है।

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